उद्धव ठाकरे

Maharashtra: कांग्रेस नेता ने पूछा, ''क्या शिवसेना द्वारा उम्मीदवार की घोषणा करना गठबंधन धर्म का उल्लंघन है, या यह कृत्य जानबूझकर कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए किया गया है?'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। निरुपम ने खिचड़ी घोटाले में शामिल शिवसेना के प्रस्तावित उम्मीदवार पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि उम्मीदवार ने खिचड़ी आपूर्तिकर्ता से चेक के रूप में रिश्वत ली।

Uddhav Thakerey Gives Jolt To Opposition Alliance: महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं। साल 2019 में जब शिवसेना का विभाजन नहीं हुआ था, तब उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ मिलकर 22 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से मुंबई की 3 सीटों समेत 18 सीटों पर तब शिवसेना ने जीत हासिल की थी।

Uddhav Thakerey: हालांकि, बीजेपी पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि मुझे डर है कि अगर सत्ता में बैठे राक्षस फिर चुने गए, तो अगला गणतंत्र दिवस हमारे सामने कभी नहीं आएगा। ये तानाशाह दिवस होगा। उद्धव ठाकरे और बीजेपी ने मिलकर पिछली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था।

Ayodhya Ram Mandir: मीडिया से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा, "मेरा यह फलसफा है कि मैं मूर्खों को जवाब नहीं देता लेकिन मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे इस प्रकार से हिंदुओं का अपमान करना छोड़ दें। आपका राम जन्मभूमि के आंदोलन में कोई योगदान नहीं है। उद्धव ठाकरे की सेना इस प्रकार से बातें करके करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रही है यह बहुत गलत है।"

Uddhav Thakerey: वजह है महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर का वो फैसला, जिसमें उन्होंने भी सीएम एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना है और उद्धव के खिलाफ हुई बगावत के तौर-तरीकों को शिवसेना के ही संविधान के मुताबिक सही ठहरा दिया है।

Rahul Narvekar On Uddhav Thakerey: दरअसल, राहुल नार्वेकर ने रविवार को एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। इसी पर उद्धव ठाकरे गुट ने सवाल खड़े किए थे और आशंका जताई थी कि शिंदे के विधायकों के पक्ष में स्पीकर का फैसला आएगा। उद्धव गुट ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी जानकारी दी है।

Maharashtra Politics: इस बीच, उद्धव ठाकरे गुट ने राहुल नार्वेकर और सीएम एकनाथ शिंदे की मुलाकात पर सवाल उठाया है। उद्धव गुट का कहना है कि अयोग्यता पर फैसला सुनाने से पहले विधानसभा अध्यक्ष को शिंदे से मुलाकात नहीं करनी चाहिए थी और इससे लगता है कि फैसला उनके ही पक्ष में जाएगा।

Uddhav Thakerey On MVA: दरअसल, लोकसभा चुनाव में महज 3 महीने बचे हैं। मार्च के महीने से लोकसभा के चुनावों के चरण शुरू होने के पूरे आसार हैं। ऐसे में विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन तो बना लिया, लेकिन उनके बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। इसी खींचतान में महाराष्ट्र की सियासत भी गरमा गई।

Sanjay Raut On Congress: दरअसल, संजय राउत ने बयान दिया था और लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस को नसीहत दी थी। इसी पर मिलिंद देवड़ा ने पलटवार किया था। मिलिंद देवड़ा ने कहा था कि कांग्रेस को शून्य नहीं समझा जाना चाहिए। ऐसे में संजय राउत अब बैकफुट पर आते दिख रहे हैं।

विपक्षी गठबंधन की बैठक से पहले ही ममता बनर्जी ने कांग्रेस को अपने राज्य में 2 सीटें जीतने वाली बताया था। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर दावा कर दिया था। जबकि, उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी के मुखपत्र सामना में भी कांग्रेस पर निशाना साधा गया था।