आनंद मोहन की रिहाई का परवाना कटने के बाद दलित आईएएस रहे जी. कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने भी आरोप लगाया है कि राजपूत वोटों की खातिर उनके पति के हत्यारे को रिहा करने के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने कारागार नियम बदल दिया। आईएएस एसोसिएशन भी नीतीश सरकार के फैसले से बहुत नाराज है।
Who Is Anand Mohan Singh : बिहार में एक नाम को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं। वो नाम है बिहार के गोपालगंज के डीएम रहे दलित समाज के जी कृष्णैया की हत्या के मामले में 1994 में दोषी करार दिए गए पूर्व सांसद आनंद मोहन। इस मामले में उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। बता दें, कि 69 वर्षीय आनंद मोहन सिंह 27 साल के एक लंबे समय के बाद जेल से रिहा होने जा रहे हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि उन्हें गोपालगंज डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में दोषी पाया गया था। उस दौरान भीड़ ने अधिकारी पर हमला कर दिया। कहा गया कि राजनेताओं के भड़काने के चलते यह घटी।