इससे पहले प्रोफेसर विक्रम ने मनु को फांसी पर चढ़ा देने और ब्राह्मणों और पुरोहितों के बारे में भी विवादित ट्वीट किए थे। जिसकी वजह से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। अब बजरंग दल ने पुलिस में प्रोफेसर विक्रम की शिकायत की है। वीएचपी ने भी कार्रवाई की मांग की है।
दिग्विजय सिंह की तरफ से बजरंग दल पर दिया गया बयान इसलिए भी अहम है, क्योंकि कांग्रेस के तमाम नेता बजरंग दल के खिलाफ आग उगलते रहे हैं। बीते दिनों हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मामले में भी बजरंग दल पर कांग्रेस और विपक्षी दलों ने निशाना साधा था। वहीं, बीजेपी हमेशा बजरंग दल को राष्ट्रवादी और देशभक्त कहती है।
Digvijay Singh: सिंह ने स्पष्ट किया कि हालांकि बजरंग दल के भीतर सम्मानित व्यक्ति हैं, लेकिन आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मीडिया को संबोधित करते हुए, दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'हिंदुत्व' शब्द विनायक दामोदर सावरकर द्वारा गढ़ा गया था, और नरम या कठोर हिंदुत्व जैसी कोई चीज नहीं है।
Gurugram: गत 21 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की अगुवाई में शिव यात्रा निकाली जा रही थी। इस बीच विशेष समुदाय के लोगों को आशंका हुई कि काफिले में मोनू मानेसर शामिल हो सकता है, जिसके विरोध में कथित तौर पर विशेष समुदाय की ओर से पथराव किया गया।
Manipur Violence: बीते 21 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की यात्रा के दौरान कथित तौर पर विशेष समुदाय की ओर से पथराव किया गया था, जिसके जवाब में काफिले में मौजूदा लोगों ने भी पथराव किया। इस जवाबी पथराव के बाद दोनों पक्षों में स्थिति इस कदर हिंसात्मक हो गई कि लोग एक दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो गए।
Nuh Violence: इस हिंसा के दौरान कई वाहनों की आग के हवाले कर दिया गया। इस हिंसा की आग अब नूंह तक ही सीमित नहीं है। अब सोहना, गुरुग्राम, हरियाणा में भी इस हिंसा का असर देखने को मिल रहा है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर तो #HaryanaBurning ट्रेंड भी हो रहा है।
Congress: कांग्रेस ने पीएम मोदी के जापान दौरे की एक तस्वीर भी पोस्ट की है। इस तस्वीर में पीएम मोदी ने हिरोशिमा शहर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया है। इस सामरिक कदम के माध्यम के रूप में, प्रधानमंत्री मोदी ने गोडसे विवाद के खिलाफ उठाए गए मुद्दे को खामियाजा देने का प्रयास किया है।
Karnataka: इससे पहले चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने तमाम वादे किए थे जिनमें से एक वादा ये भी था कि कर्नाटक में सत्ता में आने पर वो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी। पार्टी ने मैनिफेस्टो में लिखा, ''हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र है। ऐसे में कोई शख्स, बजरंग दल या पीएफआई जैसे संगठन नफरत और शुत्रता फैलाते हैं तो तो हम बड़ा एक्शन लेने से बिल्कुल भी नहीं चूकेंगे।
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की प्रतिक्रिया सामने आई है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विषय संज्ञान में आया है। आईपीसी की धारा 153 के तहत मामला दर्ज हो गया है आगे की कार्रवाई जारी है। नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि इलाके के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज के जरिए शांति भंग और भ्रम फैलाने की कोशिश की है। ऐसे नफरती पर्चे बांटने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिग्विजय सिंह ये भी कह चुके हैं कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने मंजूरी दी, तो वो गुना संसदीय सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ लोकसभा का चुनाव भी लड़ेंगे। वहीं, अब दिग्विजय सिंह के भाई और मध्यप्रदेश की चाचौड़ा सीट से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ करते हुए उनकी याद आने की बात कही है।