Balasore Train Accident: रेलवे आयुक्त की ओर से सौंपी गई जांच रिपोर्ट में बताया गया यह हादसा मानवीय चूक ही परिणाम है। हालांकि, हादसे से संबंधित कई बातों को गुप्त रखा गया है, लेकिन पृथमदृष्टया हादसे की वजह मानवीय चूक ही बताई गई है।
Balasore Train Accident: इसके उतरे हुए कुछ डिब्बे डाउन लाइन से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस से भी टकराए थे। इससे उस ट्रेन के भी 3 डिब्बे पटरी से उतरे थे। इस भीषण ट्रेन हादसे में 289 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हुए। अब इस मामले में रेलवे ने अपने दो विभागों को दोषी पाया है।
गत 2 जून को हावड़ा से चेन्नई जा रही थी, तभी ओडिशा के बालासोर के पास बाहानागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन दो अन्य ट्रेनों से टकरा गई, जिससे दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का शिकार होकर 250 से भी अधिक लोगों को जान चली गई, तो वहीं घायलों का आंकड़ा 1200 के पार पहुंच गया।
ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रही सीबीआई 5 लोगों से पूछताछ कर रही है। इनमें बहानागा बाजार के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती और सिग्नल की देखरेख करने वाले 4 कर्मचारी शामिल हैं। सीबीआई पूरे स्टेशन को सील कर चुकी है।
आपको बताते हैं कि डेटा लॉगर आखिर होता क्या है? डेटा लॉगर सेंसर के जरिए काम करता है। इससे पता चलता है कि किस ट्रेन को किस लाइन से किस वक्त गुजारा गया। कौन सी ट्रेन किस लाइन पर है ये भी पटरी पर लगे सेंसर से डेटा लॉगर में दर्ज हो जाता है। यानी ट्रेन के बारे में हर तरह की रियल टाइम जानकारी इस डेटा लॉगर में दर्ज होती है।
WTC Final 2023: इस संदर्भ में बीसीसीआई ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम ओवल में आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के पहले दिन का खेल शुरू होने से पहले ओडिशा ट्रेन त्रासदी के पीड़ितों की याद में एक पल का मौन रखेगी।
बीते शुक्रवार 2 जून की शाम करीब 6.55 बजे कोलकाता के शालीमार स्टेशन से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। बहानागा बाजार स्टेशन पर ये हादसा हुआ था। कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवरों ने बताया है कअप मेन लाइन का सिग्नल मिला था और ट्रेन अचानक लूप लाइन पर चली गई।
बीते शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। बहानागा बाजार स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से भिड़ गई थी। हादसे की चपेट में यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी आई थी। इस भीषण हादसे में 270 से ज्यादा यात्रियों की मौत हुई थी। जबकि, 1000 के करीब यात्री घायल हुए थे।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि क्या गड़बड़ी इंटरलॉकिंग सिस्टम से की गई और इसके पीछे जो लोग हैं, उनका भी पता चल गया है। रेल मंत्री के इस बयान के बाद ही सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश रेलवे बोर्ड ने कर दी थी। बीते शुक्रवार को ये भीषण ट्रेन हादसा हुआ था।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को शालीमार स्टेशन से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी। इस ट्रेन ने एक खड़ी मालगाड़ी के पीछे टक्कर मार दी। करीब 125 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के सभी 22 कोच पलट गए थे। रेल इतिहास में ये भीषण दुर्घटनाओं में शामिल हो गई है।