यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग यानी एएसआई ने सर्वे किया था। अब तक इस सर्वे की रिपोर्ट एएसआई ने वाराणसी के जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश के कोर्ट में नहीं सौंपी है। एएसआई ने एक बार फिर ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट देने के लिए कोर्ट से और वक्त मांगा है।
एएसआई ने ज्ञानवापी मस्जिद के गुंबदों की जांच की है। गहनता से मस्जिद के गुंबदों की नाप-जोख के अलावा एएसआई के पुरातत्वविदों ने उनकी संरचना और कालखंड के बारे में अंदाजा लगाने की कोशिश की। इसके साथ ही मस्जिद की पैमाइश, पश्चिम दीवार हॉल का सर्वे और व्यास जी के तहखाने का सर्वे एएसआई कर चुका है।
इससे पहले वाराणसी के सीनियर जज सिविल डिवीजन ने कोर्ट कमिश्नर से सर्वे कराया था। इस सर्वे रिपोर्ट में वजूखाने में शिवलिंग जैसी आकृति और अन्य दीवारों वगैरा पर हिंदू चिन्ह मिलने की बात कही गई थी। सुप्रीम कोर्ट के स्टे की वजह से अभी वजूखाने का सर्वे नहीं किया जाएगा। अब एएसआई का सर्वे कराया जा रहा है।
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में पाए गए 'शिवलिंग' की कार्बन डेटिंग करने की अनुमति देने पर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, हमारी साइंटिफिक जांच की मांग को ज़िला जज ने खारिज किया था जिसे हमने इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती थी दी। हाई कोर्ट ने सारे पक्षों को सुनने के बाद हमारी याचिका को माना और 22 तारिख इस जांच के लिए तय की है।
Aravali Hills : माना जाता है कि ये कलाकृतियां 10 हजार साल बीपी पुरानी हैं। हालांकि सर्वे के बाद ही सही समय का पता चल पाएगा। हरियाणा डायरेक्ट्रेट ऑफ आर्कियोलॉजी ऐंड म्यूजियम की डायरेक्टर ने कहा, इससे हमें पता चलता है कि कैसे आदि मानवों ने हथियार और औजार बनाए। ज्यादातर कलाकृतियों में मानव और जानवरों के पदचिह्न पाए गए हैं।
हिंदू वादियों ने मस्जिद में स्थित शिवलिंग जैसी आकृति की कार्बन डेटिंग के अलावा ग्राउंड पेनिट्रेशन रडार से सर्वे कराने की मांग करते हुए अर्जी दी है। इसके अलावा वजूखाने के नीचे भी उत्खनन कराने की अर्जी दे रखी है।
हिंदू पक्ष ने कोर्ट में दाखिल अर्जी में दावा किया था कि कुतुबमीनार परिसर में हिंदू और जैन देवी-देवताओं की तमाम मूर्तियां हैं। इन देवी-देवताओं की मूर्तियों की बहाली और पूजा के अधिकार की मांग कोर्ट से की गई थी, लेकिन कानून का पेच फंस जाने से इस अर्जी पर हिंदू पक्ष को अब कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है।
इस फैसले के बाद भारत के सैकड़ों संरक्षित प्राचीन मंदिरों को देखने जाने वाले हिंदू श्रद्धालु वहां पूजा भी कर सकेंगे। मंदिरों के लिए नियम बदलने के बाद वहां पुजारी भी रखे जाएंगे। बताया जा रहा है कि जिन मंदिरों में मूर्तियां नहीं हैं या खंडित अवस्था में हैं, वहां नई मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भी कराई जाएगी।
दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले (Red Fort closed) को 31 जनवरी तक बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि लाल किला 27 जनवरी से 31 जनवरी तक पर्यटकों के लिए बंद किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) में ताजमहल (Taj Mahal) को छोड़ के सभी स्मारक फिर खोल दिए गए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और आगरा जिला प्रशासन (Agra District Administration) के अधिकारियों ने ये जानकारी दी।