वोटिंग के नतीजे आने पर पता चलेगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बनने जा रही है। इन चुनावों में चारों राज्यों में तमाम दिग्गज नेता भी मैदान में हैं। इनकी किस्मत का पता भी आज शाम तक चलने वाला है। तो देखते हैं कि किस राज्य की किस सीट से कौन से दिग्गज नेता ने चुनाव लड़ा है।
मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव की वोटिंग हो चुकी है। अब 30 नवंबर को तेलंगाना की 119 सीटों के लिए वोटिंग होनी है। इन सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर की शाम तक आ जाएंगे। तेलंगाना गठन के बाद से चंद्रशेखर राव ही यहां के सीएम पद पर हैं।
कर्नाटक के बल्लारी में जींस बनाने वाले उद्योगों के लिए बिजली कटौती का मसला भी पोस्टरों में उठाया गया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने बीते दिनों विधानसभा चुनाव जीतकर सरकार बनाई थी। उसी के बाद राज्य में बल्लारी समेत कई जगह बिजली कटौती होने की खबरें आई थीं।
तेलंगाना विधानसभा के चुनाव के लिए भी वोटिंग की तारीख तय हो चुकी है। तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटें हैं। इनके लिए 30 नवंबर को वोटिंग होगी। जबकि, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ वोटों की गिनती यहां भी 3 दिसंबर को कराई जाएगी। के. चंद्रशेखर राव यहां तीसरी बार सीएम बनना चाहते हैं।
PM Modi in Telangana: अगर आपकी इजाजत हो तो हम आपके साथ मिलकर हैदराबाद नगर निगम में रह सकते हैं, लेकिन मैंने उन्हें मना कर दिया। मैंने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी को विपक्ष में रहना पसंद है, लेकिन आपके साथ नहीं। मोदी आपके साथ नहीं आएगा। हैदराबाद की जनता ने हमें 48 सीटें दीं हैं। ये सीटें कम नहीं होती हैं। हम इन सीटों का सम्मान करते हैं।
तेलंगाना में कुछ समय बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। तेलंगाना के गठन के बाद से वहां के. चंद्रशेखर राव की सरकार है। पहले उनकी पार्टी का नाम टीआरएस था। जिसे बीते दिनों चंद्रशेखर राव ने बदलकर बीआरएस कर दिया। खास बात ये है कि चंद्रशेखर राव ने विपक्षी गठबंधन में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं दिखाई।
रामाराव ने कहा कि हैदराबाद दुनियाभर में पहचान रखने वाला शहर है। यहां लाखों पर्यटकों का हर दिन स्वागत होता है। ये शहर प्रियंका गांधी जैसे राजनीतिक पर्यटकों का भी स्वागत करता है। केटी रामाराव ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहने के दौरान लोगों की भलाई के लिए कुछ भी नहीं किया। अब कांग्रेस ज्ञान दे रही है।
बीजेपी को मिली ये जीत चंद्रशेखर राव के लिए इसलिए भी खतरे की घंटी है, क्योंकि इसी साल तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा के चुनाव तो अगले साल हैं, लेकिन पहले अपने गढ़ तेलंगाना को बचाने की बड़ी चुनौती का सामना चंद्रशेखर राव को करना है।
बता दें कि मल्ला रेड्डी तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख और राज्य के सीएम के. चंद्रशेखर राव के काफी करीबी माने जाते हैं। पिछले साल नवंबर में मल्ला रेड्डी के घर पर इनकम टैक्स का छापा भी पड़ा था। इससे पहले सीएम चंद्रशेखर राव ने पीएम मोदी को विष गुरु कहा था।
आम आदमी पार्टी (आप) और तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का कहना है कि राष्ट्रपति मोदी सरकार के झूठे दावे बताएंगी। जिसकी वजह से हम बहिष्कार कर रहे हैं।