चीन की चालबाजियों से निपटने के लिए मोदी सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसके तहत एलएसी के पास के इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने का काम तेजी से जारी है। वहीं, हथियार भी लगातार खरीदे जा रहे हैं। अब 17000 फिट की ऊंचाई से चीन को जवाब देने की तैयारी भी मोदी सरकार कर रही है।
BJP Slams Rahul Gandhi: उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपने समय में चीन की फौज को खाना और रसद भी पहुंचाया था। नेहरू ने खुद कहा था कि चीन को बहुत अधिक मात्रा में चावल नहीं भेजे गए है। स्पेशल केस होने की वजह से हमने कम मात्रा में चावल भेजा है। दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से मुश्किल मार्ग है कोई भी काम आसान नहीं है।
Rahul Gandhi: कंचन उगुसांदी ने कहा कि राहुल गांधी ने ये कहा है कि चीनी सेना भारत की सीमा में घुस आई है। लेकिन कहां घुसी है उन्होंने ये नहीं बताया। कंचन ने ये भी दावा किया है कि वो चीन के उस पोस्ट तक जा चुकी है जहां चीन की पोस्ट महज 30 मीटर की दूरी पर है।
मोदी और जिनपिंग के बीच इंडोनेशिया के बाली में जी-20 देशों की बैठक के दौरान थोड़ी देर बातचीत हुई थी। जिनपिंग ने खुद आगे बढ़कर मोदी से हाथ मिलाया था, लेकिन लद्दाख में चीन की सेना की घुसपैठ के बारे में दोनों नेताओं के बीच कोई चर्चा नहीं हुई थी।
राहुल गांधी ने पहली बार चीन के मसले पर पीएम मोदी को निशाना नहीं बनाया है। साल 2020 में जब गलवान घाटी का संघर्ष हुआ था, तभी से राहुल कहते रहते हैं कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है। जबकि, पीएम मोदी खुद इसका खंडन कर चुके हैं कि चीन ने भारत की जमीन पर कोई ताजा कब्जा किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज जयंती है। इस मौके को कांग्रेस सदभावना दिवस के तौर पर मनाती है। राजीव गांधी की जयंती पर उनकी पत्नी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, बेटे राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी है। खास बात ये कि पहली बार राहुल ने दिल्ली से दूर पिता को याद किया।
Indian Army: लद्दाख से बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, सेना की गाड़ी खाई में गिर गई। जिसमें 8 सैनिकों के मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है। यह हादसा क्यारी शहर से 7 किलोमीटर दूरा हुआ है। इस हादसे का शिकार होने की वजह कई सैनिक घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में उपाचर हेतु भर्ती करवाया गया।
इस बीच, खबर है कि दक्षिण अफ्रीका में होने जा रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत हो सकती है। अगर दोनों के बीच ये मीटिंग होती है, तो 4 साल बाद ऐसा मौका आएगा, जब भारत और चीन के शासनाध्यक्ष आमने-सामने होंगे।
चीन का हालांकि भरोसा नहीं किया जा सकता। भारत से दोस्ती और हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे के बीच उसने 1962 में हमला किया था। बहरहाल, अब चीन एक बार फिर रिश्ते सुधारने की बात कहता दिख रहा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत से मुद्दे सुलझाने की पेशकश की है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देश की सेना आज ऐसी है, जो इस पार भी मार कर सकती हैं और उस पार जाकर भी मार सकती हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं, लेकिन कोई हमें छेड़ेगा, तो उसे नहीं छोड़ेंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें महाराणा प्रताप के समर्पण को ठीक से समझना है।