इससे पहले अडानी ग्रुप इस साल जनवरी में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी की कंपनियों पर अपने खातों में गड़बड़ी करने और शेयरों की कीमत को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का आरोप लगाया था। ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया था। तब सेबी ने बताया था कि वो जांच कर रही है।
हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से अडानी ग्रुप का हाल किस तरह हो गया, ये इसी से पता चलता है कि गौतम अडानी दुनिया के नंबर 2 अमीर से नीचे गिरकर 37वें नंबर पर पहुंच गए। बीते कुछ दिनों से फिर अडानी की कंपनियों में निवेशकों का भरोसा लौटने से अब गौतम अडानी दुनिया के 23वें नंबर के अमीर बने हैं।
शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में तमाम सवाल खड़े किए जाने से अडानी ग्रुप की हालत 24 जनवरी से खराब होती गई। कंपनी के शेयर्स की कीमत गिर गई। नेटवर्थ में कमी से दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर से गौतम अडानी 32वें नंबर पर लुढ़क गए, लेकिन बीते गुरुवार से अडानी ग्रुप के शेयर्स में फिर तेजी देखी जा रही है।