अखिलेश यादव

Varun Gandhi: वरुण गांधी लगातार पीलीभीत सीट से जीतते रहे। 2019 में पीलीभीत सीट को बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले वरुण गांधी बीच में बीजेपी की लाइन से हटकर बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहे। खासकर किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने विपक्ष के नेताओं की तरह बयान दिया था।

Shivpal Singh Yadav: पहले अखिलेश यादव ने बदायूं सीट के लिए धर्मेंद्र यादव का नाम जारी किया था, लेकिन बाद में शिवपाल सिंह यादव को यहां उम्मीदवार बनाने का फैसला किया। बीजेपी ने बदायूं सीट से इस बार दुर्विजय सिंह शाक्य को टिकट दिया है। इस बीच शिवपाल के बयान से चर्चा तेज है कि वो लड़ना नहीं चाहते।

Varun Gandhi: इससे पहले बुधवार को खबर आई थी कि वरुण गांधी ने नामांकन पत्र के 4 सेट खरीदे हैं। ऐसे में वरुण गांधी के अगले कदम पर सबकी नजर लगी हुई है। पीलीभीत सीट पर वरुण गांधी 3 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। बीजेपी के टिकट पर वो सांसद के पद पर चुनाव जीते थे।

Akhilesh Yadav On Varun Gandhi: यूपी की पीलीभीत सीट से वरुण गांधी बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए थे। कई बार वरुण गांधी ने मोदी और योगी सरकार के खिलाफ बयान दिए थे। इस बार अब तक उनका नाम प्रत्याशियों की लिस्ट में नहीं आया है। ऐसे में कयास इसके लग रहे हैं कि वरुण गांधी को बीजेपी इस बार पीलीभीत सीट से टिकट देगी या नहीं।

लोकसभा चुनावों में विपक्ष के लिए जो सबसे बड़ी समस्या है वह है जनता का इरादा। जनता अपना इरादा छिपा नहीं रही है। आप अलग—अलग टीवी चैनलों द्वारा चुनाव पूर्व किए किए सर्वे देखें उसमें लोगों की राय स्पष्ट बता रही है कि वे क्या चाहते हैं।

AIMIM Of Owaisi To Fight In UP: ओवैसी की पार्टी ने अखिलेश यादव पर ये आरोप भी लगाया है कि वो बीजेपी से मिले हुए हैं। मोहम्मद फरहान ने कहा कि जो पार्टियां खुद को सेकुलर बताती हैं, वे मुस्लिमों को विधायक और सांसद बनते नहीं देखना चाहतीं।

Shivpal Yadav: खबर के मुताबिक शिवपाल सिंह यादव को पहले बदायूं आना था, लेकिन वो नहीं आए। वहीं, शिवपाल सिंह के बेटे आदित्य यादव को भी बदायूं का दौरा करना था। लगातार 2 बार आदित्य यादव के बदायूं आने की जानकारी स्थानीय सपा नेताओं को मिली, लेकिन दोनों ही बार आदित्य यादव बदायूं नहीं आए।

Asaduddin Owaisi To Akhilesh Yadav: एआईएमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान साहेब ने कहा है कि अगर अखिलेश यादव सही मायने में बीजेपी से मुकाबला करना और उसे केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने से रोकना चाहते हैं, तो यूपी में विपक्षी वोटों का बिखराव रोकें।

Akhilesh Yadav And CBI: अखिलेश यादव यूपी में साल 2012 से 2017 तक सीएम थे। साल 2012 से 2013 तक यूपी में खनन विभाग भी उनके ही पास था। इसके बाद समाजवादी पार्टी के गायत्री प्रजापति को खनन मंत्री बनाया गया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच करने के आदेश दिए थे।

CBI Summon To Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को आज सीबीआई के सामने पेश होना है। अखिलेश यादव को सीबीआई ने फिलहाल बतौर गवाह तलब किया है और उनसे सवाल पूछेगी। ये मामला 2012 और उसके बाद का है।