आनंद मोहन

Bihar: बीजेपी ने भी मनोज झा द्वारा ठाकुरों के संदर्भ में पढ़ी गई कविता का विरोध किया। बीजेपी ने राजद नेताओं का पुतला तक पटना में दहन किया। बीजेपी ने कहा कि संसद के अंदर ठाकुरों का अपमान करने की साजिश रची जा रही है, जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है।

Bihar Politics: चेतन आनंद ने आज सुबह अपने फेसबुक पर लाइव आकर मनोज झा को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा, ये खुद को समाजवाद का सिपाही मानते है। मैं इन लोगों से पूछा चाहता हूं ठाकुरों से क्या एलर्जी है। क्योंकि आप ब्राह्मण है मैं दावा से कह सकता हूं कि आप (मनोज झा) रहते है वहां के लोग आपको घुसने नहीं देंगे।

बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई के बाद अब बिहार सरकार से दो और बड़े नाम वाले कैदियों को रिहा करने की मांग उठने लगी है। ये दोनों ही अगड़ी जाति के हैं। जिन अगड़ी जाति के नेताओं की रिहाई की मांग उठ रही है, उनमें से एक का नाम प्रभुनाथ सिंह और दूसरे का अनंत सिंह है। एक को उम्रकैद और दूसरे को 10 साल की कैद हुई थी।

Anand Mohan: आनंद मोहन को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम कृष्णैया के मामले में हाईकोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उसे बाद उसे आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया गया था। हालांकि, इस फैसले को बाद में सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले को बाद में न्यायसंगत बताया था।

Anand Mohan: आज से 14 साल पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी श्री कृष्णैया की हत्या मामले में फांसी की सजा सुनाई थी, लेकिन बाद में उसे आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया गया। आनंद मोहन 16 साल तक जेल की सजा काट चुके हैं और अब नीतीश सरकार ने उन्हें रिहा करके बिहार की राजनीति का पारा गरमा दिया गया।

1994 में दुर्दांत गैंगस्टर छोटन शुक्ला की हत्या हुई थी। तब आनंद मोहन मुजफ्फरपुर जिले में उसकी शवयात्रा में गए थे। उसी वक्त कृष्णैया वहां से गुजर रहे थे। आनंद मोहन के उकसाने पर भीड़ ने कृष्णैया की हत्या की थी। इसी मामले में साल 2007 में आनंद मोहन को फांसी की सजा हुई थी। जिसे हाईकोर्ट ने उम्रकैद में बदला था।

बिहार में जेडीयू से अलगाव के बाद अब बीजेपी लगातार वहां की कानून और व्यवस्था ध्वस्त होने के मुद्दे उठा रही है। पार्टी ने अब बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन का मुद्दा उठाकर नीतीश कुमार की सरकार को घेरा है। बीजेपी का कहना है कि बिहार में अब जंगलराज आ गया है।