आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत

Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम अयोध्या से बाहर क्यों गए इसके पीछे कलह कारण था। श्रीराम वनवास में गए और पूरी दुनिया का कलह मिटाकर लौटे। आज 500 वर्ष बाद श्रीराम फिर लौटे हैं। रामलला के इस युग में फिर लौट के आने का प्रकरण जो भी आज श्रवण कर रहा है उसका कल्याण निश्चित है।

RSS Chief Mohan Bhagwat: उन्होंने कहा कि भारत का विकास करने का अर्थ ये नहीं है कि इसे हम अमेरिका या चीन बनाएंगे। भारत को भारत ही रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए कदम उठाए गए हैं। मोहन भागवत ने कहा कि हम अब आगे बढ़ रहे हैं।

कशिश वारसी ने कहा, भागवत का बयान अपनी जगह सही है। मैं उनके बयान से पूरी तरह सहमत हूं। दरअसल इस्लाम जो है उसके सारे मजहबी काम बिल्कुल बिना डरे। हिंदुस्तान वो मुल्क है जहां अपने याकिन को अपने जिंदादिली के साथ अपने मजहबी काम करते है। आज मैं एक बात और कहूंगा कि हिंदुस्तान में जो मुसलमान है जो पहले बादशाह आए। उनकी लड़ाइयां हिंदू बादशाहों से हुई।

मोहन भागवत ने संविधान निर्माता भीमराव आंबडेकर की जयंती के मौके पर कहा कि पहले हम सभी एक ही थे, लेकिन बाद में विभाजनकारी ताकतों ने जातियों के रूप में विभाजित कर दिया जिसने विदेशी आक्रांताओं को हम पर हमला करने का मौका दे दिया, लेकिन डॉ भीमराव आंबडेकर ने हम सभी को एकजुट किया है, जिसके लिए इतिहास उन्हें हमेशा याद रखेगा।

Mohan Bhagwat: कपिल सिब्बल ने मोहन भागवत के बयान पर तंज कसते हुए लिखा कि हिंदुस्तान हमेशा हिंदुस्तान रहे, इससे मैं सहमत हूं, लेकिन इंसान को भी इंसान रहना चाहिए। जबकि, शिवसेना के संजय राउत ने मीडिया से कहा कि हिंदू-मुसलमान करते रहेंगे, तो देश का फिर बंटवारा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए हिंदू और मुसलमान करने से देश फिर टूट जाएगा।

भागवत के साथ इलियासी से मुलाकात करने वालों में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्णगोपाल, रामलाल और इंद्रेश कुमार भी थे। इलियासी ने बाद में मीडिया से कहा था कि ये बैठक नितांत निजी थी। भागवत जी राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि हैं। वो मेरे घर आए, ये सम्मान की बात है। वहीं, आरएसएस ने इस बैठक को रोजमर्रा के अपने काम से जोड़ा था।

Mohan Bhagwat : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल भागवत ने महात्मा गांधी पर लिखी पुस्तक 'मेकिंग ऑफ ए हिंदू पैट्रियट' (The Making of a True Patriot) का विमोचन किया।

RSS chief Mohan Bhagwat : भारतीय मुसलमानों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत ने कहा कि भारतीय मुसलमान दुनिया में सबसे ज्यादा संतुष्ट हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Former President Pranab Mukherjee) के निधन पर शोक जताया है। आरएसएस ने उन्हें अपना मार्गदर्शक बताते हुए निधन को संगठन के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।

उन्होंने कहा कि सभी निमंत्रण प्राप्त करने वालों को भूमि पूजन प्रांगण में सुबह 10:30 बजे तक आ जाना अनिवार्य है। इसके बाद किसी को भी किसी भी कीमत पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी को प्रधानमंत्री के आगमन के दो घंटे पहले तक पहुंचना होगा।