एनएसए

दूसरी तरफ, पीड़ित आदिवासी युवक का एक हलफनामा भी सामने आया है। इसमें पीड़ित की तरफ से कहा गया है कि कुछ लोगों ने प्रवेश को फंसाने के लिए झूठा वीडियो वायरल किया। इस वीडियो में प्रवेश नहीं है। पीड़ित का जो हलफनामा सामने आया है, वो दो दिन पहले का है।

Amritpal Singh: दरअसल, अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाया जा चुका है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। हालांकि, पूरे मामले को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में भारी संख्या में पुलिस बलों के तैनात किया गया है।

शुक्रवार को हिंसा की घटना के बाद हालात को संभालने के तुरंत बाद ही यूपी पुलिस ने दंगाइयों को दबोचने का काम शुरू कर दिया था। उसी दिन रात तक 236 आरोपी पकड़े जा चुके थे। वहीं, इससे पहले 3 जून को कानपुर में हुए दंगे के भी 60 से ज्यादा आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।

एएमयू में भड़काऊ भाषण देने वाले डॉ. कफील खान पर लगी रासुका में गृह मंत्रालय ने तीन महीने की बढ़ोतरी की है। डॉ. कफील पर 13 फरवरी को एनएसए लगाई गई थी। वह वर्तमान में मथुरा जेल में बंद हैं। कफील गोरखपुर में बच्चों के डॉक्टर रहे है। 

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को हिंसा रोकने की जिम्मेदारी दी गई। जिसके बाद डोभाल एक बार फिर से नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के सीलमपुर इलाके में डीसीपी ऑफिस पहुंचे।