औरंगजेब

Maharashtra: वहीं अब वीडियो सामने आने के बाद महाराष्ट्र पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है। बुलढाणा पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लिया है। और जांच में जुट गई है। इसके साथ ही पुलिस ये भी देख रही है कि नारे लगाने वाले लोग कौन थे और उनका मकसद क्या था।

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव आने से पहले महाराष्ट्र का माहौल लगातार गरमाने की कोशिश हो रही है। औरंगजेब के नाम पर बने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर करने के बाद से मुगल बादशाह के नाम के साथ सरकार को लगातार चुनौती देने का काम उपद्रवी कर रहे हैं।

बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में इसे लेकर सियासी बहस देखने को मिलेगी। हालांकि, अभी तक बीजेपी की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में आगामी दिनों में बीजेपी की ओर से  इस पर क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की नजरें बनी रहेंगी।

दरअसल, गत दिनों तीन युवकों ने औरंगजेब का महिमामंडित करते हुए वाट्सएप स्टेटस लगाया था। जिसके बाद से महाराष्ट्र में हिंसा भड़क उठी। हिंदू युवकों ने इस स्टेटस का विरोध किया और सरकार तीनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, लेकिन अभी तक तीन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है

आचार्य प्रमोद कृष्णम पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के यूपी में सलाहकार भी रहे हैं। वो यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता हैं। एक बार ऐसे ही एक विवाद पर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और सांसद जयराम रमेश से भी ट्विटर पर उनकी जंग हो चुकी है।

सुपरस्टार सलमान खान को उनके पनवेल वाले पड़ोसी केतन कक्कड़ ने मुगल बादशाह बाबर और औरंगजेब बता दिया है। इससे नाराज सलमान खान ने उनके खिलाफ कोर्ट में याचिका दी है। केतन कक्कड़ का आरोप है कि सलमान खान अपने पनवेल फार्महाउस के पास स्थित गणेश मंदिर को हड़पना चाहते हैं।

औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की इच्छा शिवसेना के संस्थापक और देश के कद्दावर हिंदुत्ववादी नेताओं में शामिल बालासाहेब ठाकरे की थी। उनके जीवन पर्यंत ये काम नहीं हो सका था। इस बार सीएम के पद से इस्तीफा देने से पहले उद्धव ठाकरे ने अपने अंतिम कैबिनेट मीटिंग में दोनों शहरों का नाम बदलने का एलान किया था।

Azam Khan : रामप्रकाश शाक्य के परिवार से मुलाकात करने के बाद अखिलेश यादव मीडिया के सामने आए। इस दौरान उन्होंने मुख्तलिफ मसलों को लेकर केंद की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। अब ऐसे में आगे चलकर वे किन गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में आते हैं। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।

पिछले साल कांग्रेस नेता का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो पैगंबर मोहम्मद का नाम लेकर तारीफ करते हुए दिखे थे। अब औरंगजेब की तारीफ करना आचार्य प्रमोद के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। आचार्य प्रमोद पिछले कुछ दिनों से राज्यसभा चुनाव के टिकट बंटवारे पर कांग्रेस आलाकमान से अपनी नाराजगी जता रहे थे।

अर्जी में कहा गया है कि पंचगंगा घाट पर बनी धरहरा मस्जिद की जगह पहले विशाल विष्णु मंदिर था। उसका नाम बिंदु माधव मंदिर था। आरोप है कि उस मंदिर को ढहाकर मुगल शासक औरंगजेब ने मस्जिद बनवाई। अर्जी में ये भी लिखा है कि फिलहाल ये मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ASI के पास है, लेकिन मुस्लिम यहां नमाज पढ़ते हैं।