कंझावला कांड

Kanjhawala Case: आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा 302 इसलिए दर्ज की गई, क्योंकि आरोपियों को घटना के बाद पता चल गया था कि कार में लड़की फंसी हुई है। फिर भी अंजलि को 13 किलोमीटर घसीटते रहे। अगर सही समय पर गाड़ी को रोककर उसे अस्पताल पहुंचाया जाता। तो शायद अंजलि की जान बच जाती। लेकिन आरोपियों ने ऐसा नहीं किया।

Kanjhawala Case Update: इससे पहले आज अंजलि के आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत केस करने के आदेश दिए। साथ ही दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को मामले जांच रिपोर्ट में बताया कि आरोपियों की इस बात की भनक दी कि उनकी कार के नीचे कोई फंसी हुई है। इस लिहाज से ये मामला हत्या की कैटेगरी में आता है। 

Kanjhawala Case Update: सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को सौंपी जांच रिपोर्ट में कहा कि मामला हादसे का नहीं है आरोपियों को जानकारी दी थी कार के नीचे कोई फंसा हुआ है। जो हत्या की श्रेणी में आता है। जिसके बाद अब दिल्ली पुलिस कंझावला मामले में आरोपियों के खिलाफ 302 धारा जोड़ सकती है।

Kanjhawala case: बता दें कि गृह मंत्रालय ने कंझावला कांड को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की। स्पेशल सीपी शालिनी सिंह को कमेटी का चेयरमैन बनाया। उनकी अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच करने को कहा और साथ ही मामले की एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी जाए। गौरतलब है कि कंझावला कांड को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे थे। 

Delhi Car Horror: वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि 20 बार फोन करने के बावजूद भी पुलिस ने कोई सक्रियता नहीं दिखाई। परिजन मामले की जांच सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। अंजलि के परिजनों का आक्रोश जारी है।

Kanjhawala Case: अंजलि के परिजनों ने खुलासा किया है कि आज से 6 माह पहले भी उसका एक्सीडेंट हुआ था। यह एक्सीडेंट दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में हुआ था। अंजलि का यह एक्सीडेंट स्कूटी से हुआ था। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

31 दिसंबर की रात अंजलि को जब कार में फंसाकर करीब 13 किलोमीटर तक घसीटा गया, तो निधि ने पुलिस या किसी और जानकार को इस बारे में कुछ नहीं बताया था। निधि हादसे के बाद वहां से चुपचाप अपने घर चली गई थी।

Kanjhawala Death Case: अंजलि भी अपने जेब  से कुछ निकलती है। उस लड़के को देती है। वीडियो में लड़का अंजलि मारने का इशारा भी करता है। इसके बाद वो लड़का अपनी स्कूटी से चला जाता है। ये सीसीटीवी फुटेज 31 दिसंबर शाम 7 बजे का बताया जा रहा है।

Kanjhawala case: दिल्ली के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, पूछताछ में पता चला है कि दीपक जिसने अपने आप को ड्राइवर बताया था। लेकिन इंटेरोगेशन में पता लगा है कि अमित कार ड्राइव कर रहा था। इसके हमारे पास साइंटिफिक एविडेंस है। दो लोग जो जिन्होंने पहचान करने की कोशिश की थी। अमित ड्राइवर नहीं था। उसके जो सहयोगी है उसे इस केस में एक्यूज बनाया है।

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में घटना का शिकार हुई घायल हुई छात्रा का नाम स्वाति कुमारी है जो कि फिलहाल वेंटीलेटर पर मौत से जंग लड़ रही है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी युवक कार लेकर फरार हो गए।