किसान प्रदर्शन

Farmers Protest: किसानों के मार्च को लेकर पुलिस स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है. गौरतलब है कि 3 मार्च को किसान-मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा सहित किसान संगठनों ने देश भर के किसानों से बुधवार, 6 मार्च को दिल्ली में जुटने का आह्वान किया था। किसान-मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) नियोजित विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं।

संवैधानिक ढंग से ट्रैक्टर परेड करने के लिए किसानों को क्यों नहीं ट्वीट किया, अखिर क्यों दिल्ली जलनी शुरु हो गई तो केजरी बाबू खामोश थे? क्या उनको केवल और केवल राजनीति करना ही पसंद है, वो भी ओधी राजनीति, जिसके न हाथ होते हैं और न पैर होते हैं।

Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा के 7 सदस्यीय कमेटी में गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chadhuni) भी शामिल थे। जिन्हें कमेटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। गुरनाम सिंह चढूनी ने इस कार्रवाई पर जमकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि कहा कि कुछ लोग उनके बढ़ते कद से ज्यादा असहज महसूस करते हैं। चढूनी की तरफ से ये भी कहा गया कि इसी को देखते हुए उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई है। चढूनी ने कहा कि ये पूरी संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आरोप नहीं है यह केवल शिवकुमार सिंह कक्का के आरोप हैं जो खुद आरएसएस के एजेंट हैं। वही फूट डालो राज करो की राजनीति कर रहे हैं।

New Farm Bills: किसानों(Farmers Protest) द्वारा चल रहे प्रदर्शन पर राइस ने कहा कि, इन नए कानूनों की वजह से प्रभावित होने वाले संभावित किसानों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना बहुत जरूरी है।

Kisan Andolan : कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmer Protests) बुधवार को भी जारी है। इस प्रदर्शन को आज 50 दिन पूरे हो गए हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस मसले पर सुनवाई करते हुए कृषि कानूनों को अपने अगले आदेश तक लागू करने पर रोक लगा दी है।

Supreme Court: किसान नेता(Farmers Leader) बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि, "सरकार अपने ऊपर से दबाव कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट(SC) के जरिए कमेटी ले आई, इसका हमने कल ही विरोध कल दिया था।

Supreme Court: केंद्र सरकार(Central Government) द्वारा पास किए गए तीनों कृषि कानून(Farm Laws) के लागू होने पर सुप्रीम कोर्ट ने आज रोक लगा दी है। कोर्ट ने मंगलवार को ये फैसला सुनाया, साथ ही अब इस मसले को सुलझाने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है।

Haryana: हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) में किसानों की पंचायत बुलाई गई है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) पहुंचने वाले हैं। लेकिन यहां पहुंच रहे मनोहर लाल खट्टर के आने से पहले किसानों का एक जथ्था पहुंचा जो इन कानूनों का विरोध कर रहे थे।

Farmer Protest: इस तरह सरकार के मंत्रियों ने ये संदेश भी दिया कि किसानों(Farmers) के साथ ये सरकार पूरी तरह से उनके हित के लिए खड़ी है। इतना ही नहीं अपने बीच मंत्रियों(Cabinet Ministers) को लाइन में लगा देख किसानों के अंदर उनके साथ सेल्फी लेने की चाहत भी दिखी।

Farmers Letter to the Government: कृषि मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल(Sanjay Agrawal) को लिखे पत्र में किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा(Kisan Sanyukt Morcha) ने कहा, "बैठक के लिए हमारी ओर से भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए आपका धन्यवाद।