Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला किया है। दरअसल, मंत्रालय ने अब संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को सौंप दी है। पहले यह जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के कांधों पर थी।
Cyber Crime: वह युवाओं को इंटरनेट क्राइम और फ्रॉड रोकने के प्रति जागरूक कर रही हैं। कामाक्षी को गृह मंत्रालय की तरफ से भी काम करने का ऑफर मिल चुका है। उन्हें नेशनल पुलिस ग्रुप नाम का एक मिशन मिला, जिसमें जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उन्होंने 30 से ज्यादा शहरों में तैनात IPS अफसरों और पुलिसकर्मियों को साइबर सिक्योरिटी पर ट्रेनिंग दी।
Manipur Viral Video: मणिपुर वायरल वीडियो मामले को संज्ञान में लेने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी है।
Delhi Budget 2023: एलजी ऑफिस की ओर से कहा गया था कि बजट को लेकर केजरीवाल सरकार से कुछ जानकारियां मांगी गई थीं, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई, जिसकी वजह से कुछ तकनीकी पहलुओं को देखते हुए बजट पेश होने में थोड़ा विलंब हो सकता है, लेकिन यह कहना कि केंद्र के हस्तक्षेप के बाद बजट रोक दिया गया, गलत है।
CM Kejriwal on Amrit Pal: सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि हम एक देशभक्त पार्टी हैं, जो कि देश की हित के लिए काम करते हैं और ऐसे किसी भी शरारती तत्वों को पल्लवित नहीं होने देंगे’। सीएम केजरीवाल ने कहा कि, ‘पूर्व सरकारों के सांठगांठ गैंगस्टरों से होते थे। दोनों के एक दूसरे के साथ गठजोड़ हुआ करता था, लेकिन अब हमने इस दिशा में कार्रवाई करने का मन बना लिया है और आगे भी करते रहेंगे।
Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह के बारे में खबर है कि उसने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए विदेश जाने का प्लान बना लिया था, लेकिन इससे पहले कि वो विदेश जाने में सफल होता कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उधर, अब इस खबर के प्रकाश में आने के बाद अमृतपाल सिंह पर दर्ज FIR में और सेक्संस भी जोड़े जाएंगे।
Kanjhawala Case: हालांकि, पुलिस ने पांच दिनों की न्यायिक हिरासत की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने महज तीन दिनों की हिरासत की ही मंजूरी दी। कोर्ट ने इस दौरान पुलिस को आरोपियों को मामले के संदर्भ में विस्तृत पूछताछ का आदेश दिया। पीड़िता परिजनों ने युवती संग दुष्कर्म होने की आशंका जाहिर की है।
अब तक हुई पूछताछ के आधार पर यह जानकारी सार्वजनिक हुई है कि पीएफआई ने कई नेताओं और आलाधिकारियों को निशाना बनाया था, जिन्हें अब कड़ा सबक सिखाया जा चुका है। बहरहाल, एजेंसी अभी कई पहलुओं के आधार पर इनसे पूछताछ कर रही है, चूंकि माना जा रहा है कि इन पीएफआई के पास से कई नेताओं के नामों की सूची सार्वजनिक हो सकती है, जिन्हें मारने का प्लान बनाया था।
Thyagraj Stadium: बता दें कि इस विवाद का जन्म तब हुआ है। जब राजधानी दिल्ली स्थित त्यागराज स्टेडियम में ट्रेनिंग कराने वाले एक कोच ने दावा किया कि वे रात 8:30 तक ट्रेनिंग करते थे, लेकिन अब सात बजे ही ग्राउंड खाली करने के लिए कह दिया जाता है, और यह इसलिए किया जाता है, ताकि IAS संजीव खिरवार वहां अपने कुत्ते संग टहल सकें।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सीधे इस भ्रष्टाचार की जानकारी मिली थी। उन्हें पता चला था कि गृह मंत्रालय की एफसीआरए डिवीजन के कुछ अफसर और कर्मचारी दलालों के जरिए एनजीओ को लाइसेंस लेने में फायदा पहुंचा रहे हैं।