केरोसिन तेल

कोरोनावायरस के चलते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार दो दिनों की तेजी के बाद शुक्रवार को फिर गिरावट आ गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर पिछले सत्र में कच्चे तेल के दाम में सबसे बड़ी एक दिनी तेजी आई थी।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में 18 साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद रिकवरी आई है। वहीं शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा। अंतर्राष्ट्रीय बाजार से मिले संकेतों से घरेलू वायदा बाजार में भी कच्चे तेल में तेजी बनी रही। विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तेल बाजार में छिड़ी कीमत जंग में हस्तक्षेप करने का संकेत मिलने के कारण तेल की कीमतों में तेजी आई है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बुधवार को कच्चे तेल का भाव 18 साल के निचले स्तर पर आ गया जबकि भारतीय वायदा बाजार में कच्चे तेल का भाव 1,672 रुपये प्रति बैरल यानी 10.51 रुपये प्रति लीटर तक टूटा। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर रात 10.03 बजे कच्चे तेल के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र से 400 रुपये यानी 190.9 फीसदी की गिरावट के साथ 1,695 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था