कोरोनावायरस चीन

Corona India : स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस बार कोरोना का संक्रमण लोगों के लिए ज्यादा गंभीर नहीं है. ऐसे में अगर कोई लहर आती भी है तो मरीजों की मौतें और उनके अस्पताल में एडमिट होने की संख्या काफी कम रहेगी।

Covid-19 : कोरोना पर दुनियाभर में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की कोविड पर बैठक के बाद नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि अगर आप भीड़भाड़ वाली जगह, घर के अंदर या बाहर हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें।

कोरोना वायरस की शुरुआत के लिए जिम्मेदार चीन ने पैंगोलिन के संरक्षण के स्तर को बढ़ा दिया है। उसने इस प्राणी को प्रथम श्रेणी के संरक्षित जानवरों में शामिल कर दिया है। इस श्रेणी में पांडा जैसे उन जानवरों को रखा गया है, जो विलुप्त होने के कगार पर है।

चीन में कोरोना संक्रमण से संबंधित खुलासा करने वाली डॉक्टर्स की टीम में शामिल रहे छठे डॉक्टर हू वीफेन्ग की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी है।

दस्तावेजों में यह खुलासा हुआ है कि वह इस बात के लिये चिंतित था कि नए वायरस से उत्पन्न जोखिम का आकलन करने के लिए चीन पर्याप्त जानकारी साझा नहीं कर रहा है और दुनिया का मूल्यवान समय खर्च हो रहा है।

चीन में कोरोना वायरस के कई नये मामले सामने आए, जिनमें कई तो बिना लक्षण वाले मामले हैं। इनमें से ज्यादातर मामले वुहान शहर में सामने आए हैं, जो कोविड-19 महामारी का केंद्र रहा है।

अमेरिका तो कोरोनावायरस के आरोपों में चीन को अलग थलग भी कर रहा है। अमेरिका ने पहले भी ये आरोप लगाए हैं कि चीन कोरोना के सही आंकड़े दुनिया से छिपा रहा है।

कोरोनावायरस के बाद सबके निशाने पर आए चीन की घेराबंदी की तैयारी पूरी हो चुकी है। जिस वायरस ने पूरी दुनिया के हेल्थ और इकॉनॉमिक सिस्टम को हिला कर रख दिया है।

अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि चीन के डराने-धमकाने की वजह से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने वक़्त रहते दुनिया के देशों के लिए कोरोना वायरस की चेतावनी जारी नहीं की थी।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन पर एक और आरोप जड़ दिया है। उनके मताबिक चीन कोविड-19 संबंधी आंकड़ों को अब भी दुनिया से छिपा रहा है और उसे ढकने की कोशिश कर रहा है।