गौतम अदानी

इस हादसे का शिकाक होकर अब तक 250 से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है, तो वहीं घायलों का आंकड़ा 1200 के पार पहुंच चुका है, लेकिन आपको बता दें कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि सरकार मौत के आंकड़े को छुपाने की कोशिश कर रही है। इस तरह से पूरे मसले को लेकर सियासत जोरो पर है।

Gautam Adani Son Engagement: जीत गौतम अडानी के बेटे हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवेनिया स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड एप्लाइड साइंसेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है और वर्तमान में अपने पिता के समूह में फाइनेंस के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत सीएफओ के कार्यालय से की थी।

देखते-देखते क्या से क्या हो गया! ये बात गौतम अदानी पर फिट बैठ रही है। 24 जनवरी को शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट आने के बाद से गौतम अदानी का व्यापारिक साम्राज्य लगातार ढलान पर है। अदानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट हर कारोबारी दिन देखने को मिल रही है।

जुगशिंदर रॉबी सिंह ने कहा कि अदानी एंटरप्राइजेज ने बीते 25 साल में अनुशासित तरीके से पूंजी लगाई है। इस पूरे दौर में अदानी ग्रुप की कंपनियां भी अगुवा बनी हैं। उन्होंने कहा कि यही ट्रेंड हम आगे भी कायम रखेंगे। जुगशिंदर का ये बयान तब आया है, जबकि मंगलवार को अदानी एंटरप्राइजेज ने अपने तिमाही नतीजों का एलान किया।

अदानी का मसला आजकल गरमाया हुआ है। संसद में विपक्षी दल लगातार इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि अदानी को मोदी ने मदद पहुंचाई। जिसकी वजह से गौतम अदानी की कंपनियां 2014 के बाद से फली-फूलीं और अदानी ग्रुप 12000 करोड़ का व्यापारिक साम्राज्य बना सका।

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अदानी ग्रुप अगले 45 दिन में अहम कदम उठाने वाला है। अदानी ग्रुप इस कदम के तहत अपने शेयर्स के बदले लिए गए 8000 करोड़ के कर्ज को चुकाने की कोशिश में है। इससे अदानी ग्रुप के बारे में निवेशकों का भरोसा भी बढ़ेगा और उस पर लग रहे तमाम आरोप भी खत्म होने शुरू हो सकते हैं।

इससे शुक्रवार तक अदानी ग्रुप का मार्केट कैपिटल 10 अरब डॉलर तक गिर गया था। शेयर्स की कीमत घटने के बाद गौतम अदानी दुनिया के तीसरे नंबर के सबसे रईस के स्थान से गिरकर 20 नंबर से नीचे चले गए। हालांकि, बाजार के जानकारों का मानना है कि आज अदानी के शेयर्स अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

उधर, भारत सरकार ने अदानी मामले से पल्ला झाड़ लिया है और रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से अदानी ग्रुप की कंपनियों को दिए गए कर्ज की जानकारी जुटा भी ली है। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि अदानी का संकट किसी भी बैंक पर भारी नहीं पड़ने वाला है।

Gautam Adani : गुरुवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि यह एक आर्थिक घोटाला है। इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी जज की निगरानी में होनी चाहिए या फिर संयुक्त संसदीय समिति गठित की जानी चाहिए। हालांकि सरकार का कहना है कि गौतम अडानी के मामले से उसका कोई सरोकार नहीं है।

अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स गिरने से बाजार में हाहाकार मचा है। गौतम अदानी दुनिया के दूसरे स्थान के सबसे अमीर से फिसलकर 15वें नंबर पर पहुंच गए हैं। अदानी ग्रुप का एफपीओ रद्द कर दिया गया है।