चीन को झटका

Foreign Investment In India: पिछले दिनों ही हांगकांग शेयर बाजार को पछाड़कर भारतीय शेयर बाजार दुनिया में चौथे स्थान पर पहुंचा है। इससे भी चीन को बड़ा झटका लगा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एलान किया है कि अगली बार सरकार बनाने पर देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। इसका असर भी विदेशी निवेशकों पर पड़ता दिख रहा है।

मॉर्गन स्टैनली ने कहा है कि भारत की जीडीपी 6.2 फीसदी रहने वाली है। ब्रोकरेज कंपनी की तरफ से बताया गया है कि हमारे लिहाज से भारत अब 6 से 1 अंक पर पहुंच गया है। अक्टूबर की तुलना में भारत का सापेक्ष मूल्यांकन कम है और वो बहुध्रुवीय दुनिया में गतिशीलता का फायदा उठाने की दिशा में बढ़ रहा है।

China: गौरतलब है कि ये कंपनियां सरकार द्वारा समर्थित हैं, ऐसे में निवेशक सुरक्षा महसूस कर इसमें पैसा निवेश करते हैं। बता दें कि आगामी वर्ष 2021 के लिए अब इन कंपनियों से जुड़े निवेशक चितिंत हो रहे हैं।

साउदी(Saudi) अरामको(Aramco) चीन(China) के साथ ही भारत में भी बड़ा निवेश कर चुकी है। अरामको ने भारत में 44 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह निवेश महाराष्ट्र के रत्नागिरी मेगा रिफाइनरी प्रॉजेक्ट में किया गया है।

भारत द्वारा चीन की जिन ऐप पर रोक लगाई गई है उनमें टिकटॉक और यूसी ब्राउजर भी शामिल हैं, जो भारत में काफी लोकप्रिय हैं। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच यह रोक लगाई है।

इससे पहले टेलीकॉम ​डिपार्टमेंट भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) से 4G अपग्रेडेशन सुविधा में चीनी इक्विमेंट्स का इस्तेमाल नहीं करने नहीं करने का फैसला किया था।