टीआरएस

मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव की वोटिंग हो चुकी है। अब 30 नवंबर को तेलंगाना की 119 सीटों के लिए वोटिंग होनी है। इन सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर की शाम तक आ जाएंगे। तेलंगाना गठन के बाद से चंद्रशेखर राव ही यहां के सीएम पद पर हैं।

कर्नाटक के बल्लारी में जींस बनाने वाले उद्योगों के लिए बिजली कटौती का मसला भी पोस्टरों में उठाया गया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने बीते दिनों विधानसभा चुनाव जीतकर सरकार बनाई थी। उसी के बाद राज्य में बल्लारी समेत कई जगह बिजली कटौती होने की खबरें आई थीं।

पत्र में सुकेश ने दावा किया है कि सीएम केजरीवाल का साउथ की लॉबी के साथ गहरा कनेक्शन है। यही नहीं, उनकी तरफ से टीआरएस दफ्तर को 15 करोड़ पहुंचाने की भी बात सामने आई थी । यही नहीं, सुकेश ने अपने पत्र में दावा किया है कि उसके पास वो चैट भी मौजूद है।

गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव निपट गए। गुजरात में बीजेपी ने 27 साल के शासन के बावजूद झंडा गाड़ दिया। हिमाचल के वोटरों ने अपने पुराने रुख को बरकरार रखते हुए इस बार कांग्रेस को सत्ता सौंप दी। ये दो चुनाव तो अहम थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल अगले साल होना है।

ईडी की रिमांड रिपोर्ट में के. कविता का नाम आने के बाद खबर लिखे जाने तक टीआरएस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कविता ने इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार और अन्य नेताओं के बारे में मानहानि का केस किया था। कविता ने खुद पर लगे आरोपों को भी गलत बताया था।

वैसे महज 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजों का मसला है, लेकिन आज शाम तक ये सीटें बीजेपी के अलावा विपक्षी कांग्रेस, शिवसेना, आरजेडी और टीआरएस के लिए बड़ा संदेश लेकर आने वाली हैं। इन सीटों पर बीते दिनों उपचुनाव हुए थे और इसके नतीजे आज आ रहे हैं। जिनमें जीत और हार अगले चुनावों का रुख तय कर सकते हैं।

दरअसल, कथित तौर पर आज से चार साल पहले तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी ने एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में रीजनल फ्लोराइड मिटिगेशन एंड रिसर्च सेंटर चौटुप्पल की स्थापना करने का वादा किया था।

ओवैसी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद तेलंगाना के नए सीएम से हमने मुलाकात की थी। उन्होंने तब मुसलमानों के आर्थिक, स्वास्थ्य और गरीबी के बारे में जानकारी के लिए कमेटी बनाई। इस कमेटी ने रिपोर्ट में कहा था कि मुसलमानों को 9 से 12 फीदी आरक्षण देना चाहिए। तेलंगाना सरकार ने इस बारे में बिल भी पास किया।

उन्हें ऐसा करने के लिए मना किया गया था, लेकिन वे नहीं माने। वे जबरदस्ती अपनी गाड़ी काफिले के बीच में खड़ी करने पर जिद्द कर रहे थे। इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने सख्ती से पेश आते हुए उनकी गाड़ी को वहां से हटवा दिया जिस पर टीआरएस नेता बिफर गए और उन्होंने अमित शाह की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों पर आरोपों की बौछार छोड़ दी। बता दें कि शाह की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने टीआरएस नेता से कहा कि ऐसा मत करिए।

Telangana Politics: अब ऐसा ही नजारा जल्द ही तेलंगाना में देखने को मिल सकता है। दरअसल, तेलंगाना भाजपा के प्रमुख बंदी संजय कुमार ने दावा करते हुए कहा कि टीआरएस के 12 विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। संजय कुमार ने ये भी दावा किया कि मुनुगोड़े में ही नहीं बल्कि राज्य में कई सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं।

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