नेशनल कॉन्फ्रेंस

Farooq Abdullah Praises PM Modi: फारुक अब्दुल्ला हमेशा मोदी और केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने और अनुच्छेद 370 को रद्द करने के खिलाफ भी फारुक अब्दुल्ला ने खूब आवाज उठाई थी। फारुक कहते थे कि अगर 370 रद्द हुआ, तो माहौल खराब होगा।

विपक्षी दलों के गठबंधन की सिर्फ यही दिक्कत सामने नहीं आई है। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मध्यप्रदेश में अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं।

पहले पटना और फिर बेंगलुरु। पटना में 17 तो बेंगलुरु में 26 दलों के नेताओं का जुटान। विपक्ष की बीजेपी के खिलाफ साझा कोशिश के ये दो नजारे पिछले दिनों दिखे। विपक्ष के नेताओं ने एक राय से I.N.D.I.A. नाम से गठबंधन भी बना लिया। फिर तय हुआ कि अगली बैठक मुंबई में होगी। इसमें सीट बंटवारे पर चर्चा की बात है।

फारुख अब्दुल्ला के ताजा बयान में है कि घाटी में 1990 जैसे हालात बन रहे हैं। अगर इतिहास को देखें, तो फारुख के सीएम रहते ही घाटी में 1990 के दशक से आतंकवाद ने सिर उठाया है। उनके इस्तीफा देने के एक दिन बाद ही श्रीनगर समेत कई जगह कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार भी हुआ था। फारुख उस वक्त लंदन में थे।

हुआ दरअसल ये है कि जम्मू की जिला चुनाव अधिकारी अवनी लवासा ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि बीते एक साल से जम्मू में रहने वाले लोगों को वोट डालने का हक दिया जा रहा है। अपने आदेश में लवासा ने लिखा है कि एक साल से रहने वालों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा जाए। इससे वहां के राजनीतिक दल नाराज हो रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में 1980 के आखिर और 1990 के दशक की शुरुआत में कश्मीरी पंडितों का आतंकियों ने नरसंहार किया। कश्मीरी पंडितों को मारा गया, उन्हें घर-बार छोड़कर पलायन करने को मजबूर किया गया। उस वक्त राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार थी। फारूक अब्दुल्ला सीएम थे। इसी बारे में सवाल पूछने पर वो भड़क गए।

Jammu-Kashmir: उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, "चलो, आपके लोकतंत्र के नए मॉडल का मतलब है कि हमें बिना स्पष्टीकरण के हमारे घरों में रखा गया है। लेकिन, घर के कर्मचारियों को भी आने की अनुमति नहीं दी जा रही है और फिर आप आश्चर्यचकित हैं कि मैं अभी भी गुस्से में हूं।"

Jammu-Kashmir: उमर ने रविवार को ट्वीट कर लिखा, 'तो यह है अगस्‍त 2019 के बाद का नया या न्‍यू कश्‍मीर। हमें बिना कोई वजह बताए घरों में कैद कर द‍िया गया है। दुर्भाग्‍य है कि उन्‍होंने मेरे पिता एक मौजूदा सांसद को, मुझे हमारे घरों में कैद कर दिया। उन्‍होंने मेरी बहन और उनके बच्‍चों को भी घरों में लॉक कर दिया है।'

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के रोशनी जमीन घोटाले (Roshni Land Scam) में हर रोज एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे है। 25 हजार करोड़ के इस जमीन घोटाले में कई पार्टी के बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के शामिल होने की जानकारी सामने आई है। 

Roshni land scam: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के रोशनी जमीन घोटाले (Roshni Land Scam) में मंगलवार को एक और बड़ा खुलासा हुआ है। 25 हजार करोड़ के इस जमीन घोटाले में कई पार्टी के बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के शामिल होने की जानकारी सामने आई है।