पुजारी

Gyanvapi : लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए  नजर आ रहे हैं। तो उनके इस ट्वीट से यह भी साफ जाहिर होता है कि कैसे उन्होंने हमारी आने वाली नस्लों के समक्ष मूल इतिहास को तोड़मरोड़कर पेश करने की कोशिश की है, ताकि हमारी नस्ले विषयवस्तु की मूल सत्यता से अनिभिज्ञ रहे।