प्राचीन साहित्य

भारतीय चिंतन की मूल भूमि लोकतंत्र (Democracy) है। अनेक विचार हैं। 8 प्रतिष्ठित दर्शन है। विचार भिन्नता है। सब मिलकर लोकतंत्र की भावभूमि बनाते हैं। लोक और जन वैदिक पूर्वजों के प्रियतम विचार रहे हैं।