महाराष्ट्र की राजनीति

Uddhav Thakerey: वजह है महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर का वो फैसला, जिसमें उन्होंने भी सीएम एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना है और उद्धव के खिलाफ हुई बगावत के तौर-तरीकों को शिवसेना के ही संविधान के मुताबिक सही ठहरा दिया है।

Maharashtra: हालांकि, इसके बाद खबर आई थी कि अजीत पवार के शिंदे कैबिनेट में शामिल होने के बाद कलह बढ़ गई है, लिहाजा अब शिंदे के इस्तीफा देने की तक नौबत आ चुकी है, मगर इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने सामने आकर स्पष्ट कर दिया था कि शिंदे इस्तीफा नहीं देंगे। वो मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे।

Maharashtra: अब आज जब बागी नेता शरद पवार से मिलने पहुंचे हैं, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि राकांपा में शुरू हुआ सियासी बवाल आसानी से खत्म नहीं होने वाला है। ध्यान दें कि बीते दिनों अजित पवार अपने आठ बागी विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे, जिसका राकांपा प्रमुख शरद पवार ने विरोध किया था।

Maharashtra Politics: आज दिल्ली में शरद पवार ने राकांपा कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। बैठक के बाद शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं ही एनसीपी की चीफ हूं और रहूंगा। चाहे मैं 82 साल का हो जाऊं या 92 साल का।

Maharashtra Political Crisis: एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि वे अपने राजनीतिक जीवन में इस तरह की कई बगावतें देख चुके हैं। उन्होंने ही इस पार्टी की स्थापना की थी और वो खुद ही इस पार्टी को खड़ी करेंगे। इस बीच उन्होंने विपक्ष के कई नेताओं का शुक्रिया अदा किया है ,जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भी नाम लिया।

Maharashtra Political Crisis: पहले बताते हैं कि शरद पवार ने क्या कहा था। शरद पवार ने कहा था कि 2019 में जब अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ डिप्टी सीएम की शपथ ली थी, तो उनको सब पता था। तब अजित को नहीं रोका, क्योंकि वो दिखाना चाहते थे कि बीजेपी किसी के भी साथ सरकार बना सकती है।

Maharashtra: उन्होंने कहा कि जब शरद पवार ने एनसीपी प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया था, तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी। इस बीच कथित तौर पर उनकी राउत से भी फोन पर बात हुई थी। ऐसी मुझे जानकारी मिली है। राउत ने पवार को समझाया कि उन्हें अपना पद नहीं छोड़ना चाहिए। एनसीपी के पद पर रहकर वह उद्धव ठाकरे का राजनीतिक भविष्य खत्म कर सकते हैं।

नई दिल्ली। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र में शुरू हुआ सियासी भूचाल का सिलसिला थमने का...

Maharashtra Politics : बीते दिनों जब संजय राउत से अजित पवार को लेकर एक सवाल पूछा गया तो इसके जवाब में संजय राउत ने कुछ ऐसा कहा जो शायद अजित पवार को बिल्कुल पसंद नहीं आएगा। संजय राउत ने कहा,"मैं शरद पवार से मिला था। हमारी एमवीए की बैठकें होती रहती हैं, शरद पवार एक वरिष्ठ नेता हैं, कोई आश्चर्य की बात नहीं। पता नहीं एनसीपी के साथ क्या हो रहा है और यह उनका आंतरिक मामला है। लोग मिलते रहते हैं, इसमें कोई खास बात नजर नहीं आती।"

Maharashtra: वहीं आलोचकों का कहना है कि सरकार विकास पर ध्यान देने के बजाय सिर्फ और सिर्फ नाम बदलने का ही काम कर रही है। नाम बदलने में किसी का भी हित निहित नहीं है। अभी इस पूरे मसले को लेकर विवादों का सिलसिला शुरू हो चुका है। बहरहाल , अब यह विवाद आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है।