मोदी सरकार ने पिछले साल तीन तलाक से जुड़े बिल को 25 जुलाई को लोकसभा में और 30 जुलाई को राज्यसभा में पास करवाया था। जिसके बाद एक अगस्त को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर करने के बाद तीन तलाक कानून बन गया था।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि पिछले एक साल के दौरान 'तीन तलाक' या 'तिलाके बिद्दत' की घटनाओं में 82 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है।