राजनीति

Dr. Harsh Vardhan: उन्होंने लिखा है कि मुझे ये खास मौका मिला कि मैंने पहले भारत को पोलियो मुक्त कराने की दिशा में काम किया और फिर कोविड की बीमारी के दौरान जनता की सेवा की। बीजेपी नेता डॉ. हर्षवर्धन ने लिखा कि भगवान राम ने मुझे आशीर्वाद दिया कि मैं लोगों की जान बचा सकूं।

गौतम भले ही सांसद बन गए हों लेकिन क्रिकेट ही उनका पहला प्यार है। राजनीति की वजह से गंभीर क्रिकेट को समय नहीं दे पा रहे थे और उन्होंने खुद भी पार्टी नेतृत्व को जो वजह बताई है वो यही है किराजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बाद वो अपना समय क्रिकेट को देना चाहते हैं।

Kangana Ranaut On Politics: काफी समय से एक्ट्रेस की राजनीति में जानें की खबरें आ रही है लेकिन अब लगता है कि एक्ट्रेस राजनीति में जाने के लिए तैयार हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि खुद कंगना रनौत का कहना है।

महाआर्यमन सिंधिया 27 साल के हैं। उनके पिता ज्योतिरादित्य पहले कांग्रेस और अब बीजेपी में हैं। कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री के तौर पर दायित्व निभा चुके हैं और अभी पद पर हैं। महाआर्यमन के दादा स्वर्गीय माधवराव सिंधिया बीजेपी के बाद कांग्रेस में गए और वो भी केंद्र में मंत्री रहे।

बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सियासत सोमवार से फिर गरमा गई है। वजह है सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार का हलफनामा। इस हलफनामे में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि जनगणना कराने का अधिकार सिर्फ उसे है और कोई अन्य राज्य या एजेंसी जनगणना नहीं करा सकती।

इससे पहले की वो महिला कुछ समझ पाती कि उन्मादी लोगों में से कुछ लोग उसे महिला के बाल खींचते हैं और उसे घसीटकर सड़क पर ले चलते हैं। इसके बाद उसके सिर पर लात घुसों की बरसात करना शुरू कर देते हैं। यह शर्मनाक कृत्य कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान से सामने आया है।

विपक्षी दल पहले नए संसद भवन को बनाने के खिलाफ थे। तब उनका कहना था कि कोरोना काल में सरकार इस पर सैकड़ों करोड़ रुपए क्यों फूंक रही है। अब संसद भवन बन गया है, तो विपक्षी दल ये सवाल उठा रहे हैं कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जगह मोदी इसका उद्घाटन क्यों कर रहे हैं। टीएमसी समेत 3 दलों ने बहिष्कार का एलान किया है।

यह खौफनाक मंजर कहीं और का नहीं, बल्कि झारखंड के पलामू जिले का है, जहां शरारती तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया और यह उत्पात उस वक्त मचाया गया, जब महाशिवरात्री से स्वागत के लिए तोरणद्वार निकाला जा रहा था। ध्यान रहे कि पौराणिक शब्दाबली में इस प्रक्रिया को तोरणद्वार कहा जाता है।

Uttarakhand: अब इस पूरे मसले को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है। इसी कड़ी में आज सपा नेता एसटी हसन हल्द्वानी पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों की सूध ली। उन्होंने दावा किया मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। लेकिन मैं एक सवाल पूछना चाहूंगा कि आखिर एकाएक रेलवे के पास इतनी जमीन कहां से आ गई है।

Rahul Gandhi: इस बीच कभी भारतीय सेना के लिए पीटाई जैसे अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने वाले राहुल गांधी ने यह भी कहने से गुरेज नहीं किया कि चीन को अगर कोई मुंहतोड़ जवाब देने का माद्दा रखता है, तो वो भारतीय सेना ही है। वहीं राहुल ने किसानों द्वारा झेली जा रही दुश्वारियों पर भी अपनी राय सार्वजनिक की है।