राष्ट्रीय शिक्षा नीति

Uttar Pradesh: अभाविप काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष, अभय प्रताप सिंह ने कहा कि, “विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन अपरिहार्य है, अन्यथा बीएचयू जैसा अग्रणी श्रेणी का विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता के अनेक लक्ष्यों को प्राप्त करने में पिछड़ सकता है। इसका परिणाम विश्वविद्यालय की वैश्विक प्रसिद्धि एवं रैंकिंग आदि पर भी पड़ सकता है। साथ ही, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जो भी सुविधाएँ विद्यार्थियों को दी गई है, उनसे वो सभी वंचित रह जाएंगे।”

New Education Policy: केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) को लागू करने की दिशा में तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तमाम प्रस्तावों और प्रावधानों को अमलीजामा पहनाने के लिए न सिर्फ केन्द्रीय स्तर पर बल्कि राज्यवार ‘कार्य-समूह’ गठित किये जा रहे हैं। और भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।

New Education Policy 2020: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत नये ‘टीचिंग-लर्निंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स' (Teaching-Learning and Results for States) कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी। ये मंजूरी स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए दी गई है।

पीएम मोदी(PM Modi) ने कहा कि, 'हमें शिक्षा में आसान और नए-नए तौर-तरीकों को बढ़ाना होगा। हमारे ये प्रयोग, New Age Learning का मूलमंत्र होना चाहिए- Engage, Explore, Experience, Express और Excel'

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डीयू के कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रम कर रही है। जिससे छात्रों को शिक्षा नीति से संबंधित महत्वपूर्ण पॉइंट्स समझ आए।

पीएम मोदी ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी क्षेत्र से, किसी भी वर्ग से ये बात नहीं उठी कि इसमें किसी तरह का Bias है, या किसी एक ओर झुकी हुई है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, नई शिक्षा नीति के लिए परामर्श प्रक्रिया जनवरी 2015 में शुरू की गई थी।