Lakhimpur Kheri Case: आशीष मिश्रा पर आरोप है कि वो जिस गाड़ी में सवार थे, उसी गाड़ी से प्रदर्शनकारी किसानों की कुचलकर हत्या कर दी गई थी, जबकि आशिष का दावा है कि वो जिस गाड़ी में सवार था, उस गाड़ी से किसानों को नहीं कुचला गया, लेकिन अब इस पूरे मामले में आशीष को जब से आरोपी बनयाा गया है , तब से वो लगातार कोर्ट कचहरी का सामना कर रहा है।
इस मामले में यूपी की योगी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांच के बाद ही आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हुई थी। आशीष की गिरफ्तारी के बाद कई बार जमानत की अर्जी दी गई, लेकिन कोर्ट ने उसे जमानत नहीं दी थी। एक बार तो यूपी सरकार ने भी आशीष को बेल देने का विरोध किया था।
अफसरों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद पुलिस ने दिलबाग के दोनों दोस्तों जीतेंद्र और विपिन के बयान 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए हैं। दिलबाग सिंह ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में दोनों को खुद पर हुए हमले का गवाह भी बताया था।