Nitish Kumar: नीतीश कुमार के फिर बीजेपी के पाले में जाने से विपक्ष के इंडिया गठबंधन को भी तीसरा तगड़ा झटका लगा है। नीतीश ने ही कांग्रेस और राज्यों के गैर कांग्रेस विपक्षी दलों को एकजुट कर इंडिया गठबंधन बनाया था। अब नीतीश का ताजा कदम लोकसभा चुनाव में विपक्ष को भारी पड़ सकता है।
Bihar Politics: नीतीश कुमार ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से नीतीश और लालू प्रसाद के बीच रिश्तों में खटास की खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि, बीते दिनों तेजप्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि इन खबरों में बिल्कुल भी सत्यता नहीं है।
Nitish Kumar: उधर, बीजेपी लगातार कह रही है कि अब नीतीश कुमार की जेडीयू नहीं बचेगी। ललन सिंह को जेडीयू अध्यक्ष पद से हटाए जाने की भविष्यवाणी बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने पहले ही की थी। जब ऐसा हो गया, तो अब सुशील मोदी कह रहे हैं कि जल्दी ही जेडीयू में टूट हो जाएगी।
Bihar: मुझे पता है कि आप लोग एक कहानी गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आप लोगों की यह कहानी जमीन पर उतरने वाले नहीं है। हमारी हमेशा एकजुट रहेगी। बता दें कि इस्तीफे की खबरों के बीच ललन सिंह का यह पहला बयान है, जो कि अभी काफी सुर्खियों में है।
Nitish Kumar And JDU: इन चर्चाओं ने भी जोर पकड़ा हुआ है कि जेडीयू में टूट हो सकती है। बीजेपी के तमाम नेता काफी अर्से से नीतीश की पार्टी में टूट होने की भविष्यवाणी करते रहे हैं। अब ये पता चला है कि जेडीयू के 11 विधायकों की एक वरिष्ठ मंत्री के साथ गुप्त बैठक हुई।
ललन सिंह के इस्तीफे की खबर ने प्रदेश में सियासी भूचाल मचा दिया। ललन सिंह के इस्तीफे की खबरों के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो पार्टी में हर काम को अपने मन-मुताबिक करते हैं। ललन सिंह तो सिर्फ केयर टेकर की भूमिका निभाते हैं।
मीडिया की खबरों पर भरोसा करें, तो नीतीश कुमार ललन सिंह समेत कई बड़े नेताओं से नाराज हैं। उनका मानना है कि ठीक से इंडिया गठबंधन में उनको प्रोजेक्ट नहीं किया गया। ऐसे में अब जेडीयू की पूरी कमान नीतीश कुमार अपने हाथ में लेना चाहते हैं, ताकि डैमेज को तत्काल कंट्रोल किया जा सके।
नीतीश की पार्टी में रहे उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को कमान दिए जाने के एलान पर सवाल खड़े किए थे। उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी और जेडीयू के बीच हुए ऐसे किसी समझौते को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए नीतीश कुमार की घेराबंदी शुरू की थी। जिसके बाद उपेंद्र और नीतीश के बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी।
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी से 13 तारीख को एक क्रूज की शुरुआत गंगा नदी में करने जा रहे हैं। ये क्रूज वाराणसी से बिहार और बांग्लादेश होते हुए असम तक जाएगा। 50 दिन का ये सफर होगा, लेकिन बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू ने क्रूज को राज्य से होकर न जाने देने का एलान कर दिया है।
बीएसएससी सचिवालय सहायक के दिसंबर में इम्तिहान की पहली पारी का पेपर आउट हो गया था। जिसके बाद से ही अभ्यर्थी सभी परीक्षाओं को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को छात्र पटना कॉलेज के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जिनपर पुलिस ने लाठियां बरसाई थीं। इम्तिहान में करीब 9 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे।