लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी)

India-China Faceoff : भारत-चीन (India China Clash) के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनातनी जारी है, लेकिन इस बीच भारत ने बड़ी दरियादिली दिखाई है। भारतीय सेना (Indian Army) ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक कॉर्पोरल वांग या लांग (Corporal Wang Ya Long) को चीन को सौंप दिया है।

DRDO Missile Develop: पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन (India and China) के बीच पिछले कई महीनों से तनाव जारी है। इस बीच रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बड़े पैमाने पर पिनाक रॉकेट्स, लॉन्‍चर्स और इससे जुड़े उपकरणों के उत्‍पादन की तैयारी कर ली है।

भारत और चीन (India and China) के बीच बुधवार को हुई सैन्य वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल सका है। सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जारी रहेगी।

उन्होंने कहा, वर्तमान की बात करें तो यूएसएस निमित्ज हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहा है। यह अभ्यास एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए नौसेना के सहयोग और समर्थन को मजबूत करने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रदर्शन है।

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ इस बार लद्दाख दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी गए हैं।बॉर्डर पर चीन के साथ तनाव के बीच पहुंचे प्रधानमंत्री ने जवानों का हौसला बढ़ाया।

सूत्रों के मुताबिक, सीडीएस को 14 कॉर्प्स के अधिकारी मौजूदा हालात और तैयारियों की उन्हें जानकारी देंगे। बिपिन रावत का लेह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब सीमा पर दोनों ही देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई हैं। 

वाशिंगटन में संवाददाताओं के साथ बातचीत में माइक पोम्पियो ने कहा, 'चीन द्वारा जासूसी के लिए उपयोग की जा रही एप पर भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का हम स्वागत करते हैं। इससे भारत की संप्रभुता के साथ ही आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा होगी। भारत सरकार ने भी अपने बयान में ऐसा ही कहा है।'

भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने टिकटॉक का केस लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मैं एक चाइनीज ऐप के लिए भारत सरकार के खिलाफ खड़ा नहीं होउंगा।'

एक तरफ जहां चीन ने पीछे हटने का वादा किया था, लेकिन हाल ही में सैटेलाइट तस्वीरों ने एक बार फिर ड्रैगन की नापाक साजिशों का खुलासा कर दिया है। तस्वीरों से साफ हुआ है कि गलवान नदी के किनारे चीनी कैंप, जेसीबी मशीनें और चीनी सेना की गाड़ियां अभी भी मौजूद हैं।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "कब राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा की बात की जाएगी।"