लालकृष्ण आडवाणी

Lal Krishna Advani: लालकृष्ण आडवाणी के राजनीतिक सफर की बात करें, तो वो तीन दफा भाजपा की कमान संभाल चुके हैं। यही नहीं, वो तीन बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी पिछले 50 साल तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं। राम मंदिर आंदोलन के दौरान लाल कृष्ण आडवाणी की हिंदू ह्रदय सम्राट वाली छवि बनी थी।

Lal Krishna Advani And Ram Temple: बीजेपी ने राम मंदिर का मुद्दा हमेशा उठाए रखा और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अयोध्या में राम मंदिर बन गया। खास बात ये भी है कि जब आडवाणी ने राम रथयात्रा निकाली थी, तो उस वक्त नरेंद्र मोदी भी उनके साथ इसमें शामिल रहे थे। अब मोदी पीएम हैं, तो आडवाणी भारत रत्न से नवाजे गए हैं।

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Lal Krishna Advani: 1990 के दशक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथयात्रा निकाली थी। उनकी इसी रथयात्रा में नरेंद्र मोदी भी थे। आडवाणी की रथयात्रा की वजह से ही राम मंदिर के आंदोलन ने जोर पकड़ा था। उनको प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण भी दिया गया था।

Ram Mandir : राम रथ यात्रा के दौरान 23 अक्टूबर 1990 को लालकृष्ण आडवाणी को लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली जनता दल सरकार ने समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया। 26 अक्टूबर 1990 को, गुजरात में नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया।

Ram Temple Pran Pratishtha And Lal Krishna Advani: साल 1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक की राम रथ यात्रा निकालकर राम मंदिर आंदोलन को बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने धार दी थी। उनकी इसी यात्रा के बाद बीजेपी लगातार अपनी पैठ बनाती गई और मंदिर आंदोलन लोगों के दिलों में बैठ गया।

इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में एक्टर रजनीकांत, माधुरी दीक्षित, रामायण सीरियल के राम यानी अरुण गोविल, महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका करने वाले नीतीश भारद्वाज, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के अलावा और भी तमाम चर्चित चेहरों को भगवान राम के दरबार में मत्था टेकते देखा जा सकेगा।

Happy Birthday LK Advani: बता दें कि लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म कराची में हुआ था। उन्होंने वहीं से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। विभाजन के बाद लाल कृष्ण आडवाणी दिल्ली में आकर बस गए। लाल कृष्ण आडवाणी का भाजपा से बहुत पुराना और गहरा रिश्ता है

बीजेपी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी। पार्टी बहुत ही छोटे स्तर पर बनी थी। फिर कार्यकर्ताओं की जी तोड़ मेहनत रंग लाई। जिस बीजेपी को साल 1984 में लोकसभा में सिर्फ 2 सीट मिली थीं, वो आज 303 सांसदों वाली पार्टी है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बीजेपी की पहचान है। बीजेपी जिस तरह आगे बढ़ी, वो हैरत की ही बात है।

Babri Mosque Case : मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस सरोज यादव की पीठ ने 31 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रखने के बाद अपील खारिज कर दी। अदालत के विस्तृत फैसले का इंतजार है।