वरुण गांधी

Varun Gandhi: वरुण गांधी लगातार पीलीभीत सीट से जीतते रहे। 2019 में पीलीभीत सीट को बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले वरुण गांधी बीच में बीजेपी की लाइन से हटकर बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहे। खासकर किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने विपक्ष के नेताओं की तरह बयान दिया था।

BJP List For Lok Sabha Candidates: बीजेपी ने अब तक 267 प्रत्याशियों के नाम का एलान लोकसभा चुनाव के लिए किया है। 63 मौजूदा सांसदों के टिकट बीजेपी अब तक काट चुकी है। बीजेपी के लिए पीएम मोदी ने इस बार 370 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य तय किया हुआ है।

Varun Gandhi: इससे पहले बुधवार को खबर आई थी कि वरुण गांधी ने नामांकन पत्र के 4 सेट खरीदे हैं। ऐसे में वरुण गांधी के अगले कदम पर सबकी नजर लगी हुई है। पीलीभीत सीट पर वरुण गांधी 3 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। बीजेपी के टिकट पर वो सांसद के पद पर चुनाव जीते थे।

Akhilesh Yadav On Varun Gandhi: यूपी की पीलीभीत सीट से वरुण गांधी बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए थे। कई बार वरुण गांधी ने मोदी और योगी सरकार के खिलाफ बयान दिए थे। इस बार अब तक उनका नाम प्रत्याशियों की लिस्ट में नहीं आया है। ऐसे में कयास इसके लग रहे हैं कि वरुण गांधी को बीजेपी इस बार पीलीभीत सीट से टिकट देगी या नहीं।

Varun Gandhi : पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी भी आरिफ और सारस के बीच की दोस्ती और अविरल प्रेम के मुरीद हो गए हैं। उन्होंने भी उस वीडियो को शेयर कर आरिफ को उसका दोस्‍त लौटा दिए जाने की मांग की है। जिस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे जब हाल ही में आरिफ सारस से मिलने के लिए चिड़ियाघर पहुंचा तो सारस ने पंख फैलाकर उसका ख़ुशी से स्वागत किया। ये तस्वीरें भावविभोर कर देने वाली थीं। आरिफ को देखने के बाद अपने बाड़े में वह काफी खुश दिखाई पड़ रहा है।

Varun Gandhi : उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे महान लोकतंत्र में किसी सामान्य नागरिक के लिए ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेना और बहस के स्तर को नई ऊंचाई देना एक छोटा सा प्रयास है। मैं इसके लिए यूनियन को धन्यवाद देता हूं। हालांकि जिस विषय के लिए मुझे बुलाया गया है उसका पहले से ही निष्कर्ष पता है। आपको बता दें कि यह कार्यक्रम आगामी अप्रैल-जून में होने वाला था।

वरुण गांधी पिछले काफी समय से बीजेपी के तमाम कदमों को गलत बताते रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान भी वो काफी मुखर थे। एक बार वो समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तारीफ भी कर चुके हैं। ऐसे में साल 2024 में अगर बीजेपी उनका टिकट काटती है, तो इससे वरुण के सामने ऐसा दोराहा खड़ा हो सकता है।

Bharat Jodo Yatra: बता दें कि भाजपा सांसद वरुण गांधी बीते कुछ सालों से पार्टी नाराज चले रहे है वो लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे है। वरुण गांधी अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठा रहे हैं। जिसके चलते उन्हें पार्टी ने साइडलाइन भी कर दिया गया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि वो भाजपा को छोड़ दूसरी पार्टी में अपना भविष्य खोज रहे हैं? चर्चा इस बात की भी हो रही थी कि वो कांग्रेस के साथ अपना फ्यूचर देख रहे है?

वरुण और उनकी मां मेनका गांधी को राहुल की दादी इंदिरा गांधी ने पीएम रहते एक शाम अपने आवास से निकाल दिया था। आरोप लगे थे कि सोनिया गांधी ने इंदिरा और मेनका के रिश्ते में दरार डाली थी। ये सबकुछ वरुण के पिता संजय गांधी के निधन के बाद हुआ था। तभी से गांधी परिवार के दोनों पक्षों के बीच कोई रिश्ता नहीं है।

वरुण गांधी बीजेपी में रहते हुए भी काफी दिनों से मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं। बेरोजगारी, मजदूरों की समस्या और लखीमपुर खीरी कांड जैसे मुद्दों पर वो ट्विटर पर अपनी बात रखते हैं। वरुण की मां मेनका गांधी भी बीजेपी में हैं। वो पहले मंत्री थीं, लेकिन अब नहीं हैं।