विजय माल्या

Harish Salve: वहीं, इन्हीं दोनों कारोबारियों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की वर्तमान मंशा पर हरीश साल्वे ने बड़ा खुलासा किया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि हरीश साल्वे ने क्या कुछ कहा है। दरअसल, हरीश साल्वे ने अपने इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच जब कभी-भी व्यापारिक बैठकें होती हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इन दोनों भगौड़े कारेबारियों को लेकर सवाल किया जाता है।

Vijay Mallya: सीबीआई ने कोर्ट में विजय माल्या के खिलाफ पूरक चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में आरोपी के साथ-साथ मामले में आरोपी बाकी सभी 11 लोगों के नाम शामिल है जिसमें से एक आईडीबीआई बैंक के पूर्व महाप्रबंधक बुद्धदेव दासगुप्ता भी हैं।

नई दिल्ली। भगोड़े आर्थिक कारोबारी विजय माल्या की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। माल्या ने अपनी इस...

Vijay Mallya: ये प्रॉपर्टी लेरिन के चार द्वीपों में से एक है और कान्स के मशहूर फ्रेंच रिवेरा शहर से लगभग आधा मील की दुरी पर स्थित है। इस खूबसूरत प्रॉपर्टी को ले ग्रैंड जार्डिन या द ग्रैंड गार्डन के नाम से जाना जाता है।

Boris Johnson: नीरव मोदी, विजय माल्या और खालिस्तानी चरमपंथियों के संबंध में सवाल पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि, ''हम चरमपंथी समूहों द्वारा दूसरे देशों को धमकी देने, भारत को धमकी देने को बर्दाश्त नहीं करते हैं। हमने एक चरमपंथी विरोधी कार्यबल का गठन किया है।''

Vijay Mallya: 9,000 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज मामले में विजय माल्या(Vijay Mallya) आरोपी है। उन्होंने मार्च 2016 से ही ब्रिटेन को अपना ठिकाना बनाया है। हालांकि अभी विजय माल्या जमानत पर है।

27 अगस्त को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट(Supreme court) ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। दरअसल भगोड़े कारोबारी माल्या (Vijay Mallya)ने सुप्रीम कोर्ट के नौ मई 2017 के उस आदेश पर पुनर्विचार के लिए याचिका दायर की थी, जिसमें उसे न्यायिक आदेशों को दरकिनार कर अपने बच्चों के खातों में चार सौ मिलियन अमेरिकी डॉलर स्थानांतरित करने पर अदालत की अवमानना का दोषी करार दिया गया था।

पीठ एक हस्तक्षेप आवेदन पर जवाब की तलाश में थी, जो ऐसा मालूम पड़ा कि मामले के कागजात से गायब हो गया है। मामले में शामिल पक्षों ने नई प्रतियां दाखिल करने के लिए और समय मांगा।

भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या मोदी सरकार के सख्त फैसलों से घबरा गया है। उसका कहना है कि वो बैंकों का सभी बकाया चुकाने को तैयार है।

विजय माल्या ने कहा कि इसलिए उसके खिलाफ उसके दिवालिया होने की याचिका को फेंक दिया जाना चाहिए क्योंकि बैंकों की लेनदारी पूरी तरह से सुरक्षित हैं।