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Bihar Politics: बिहार में लालू यादव की आरजेडी के 79 विधायक हैं। वहीं, बीजेपी के विधायकों की संख्या 78 है। नीतीश कुमार की जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19, सीपीआई-एमएल के 12, हम के 4, सीपीआई और सीपीएम के 2-2, निर्दलीय 2 और एआईएमआईएम का 1 विधायक बिहार विधानसभा में हैं।

Nitish Kumar: बिहार की सियासत में आज फिर खेल होने के आसार हैं। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारकर आज बीजेपी का दामन थामेंगे और 9वीं बार बिहार के सीएम बनेंगे। इस खबर को पढ़कर जानिए बिहार की सियासत का ताजा हाल क्या है।

तीन दिन पहले जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया। उनके बेटे ने कहा कि हमारी पार्टी को जेडीयू में विलय कराने का दबाव डाला जा रहा था। इस वजह से महागठबंधन से अलग हटने का फैसला किया। जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने के बाद ये चर्चा जोरों पर है कि इससे नुकसान होगा या नहीं?

जीतन राम मांझी अभी बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ हैं। पहले वो एनडीए के साथ हुआ करते थे। पहले भी जीतन राम मांझी विवादित बयान देते रहे हैं। उन्होंने कहा था कि भगवान राम काल्पनिक है। पूजा-पाठ कराने वाले ब्राह्मणों को भी उन्होंने गाली दी थी। राहुल, तेजस्वी और चिराग पासवान के बारे में भी विवादित बयान दिया था।

बिहार में नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी और कांग्रेस से हाथ मिलाया और सरकार चलाने लगे। नीतीश ने कहा था कि वो अब इनका साथ छोड़कर नहीं जाएंगे। अब घटनाक्रम ऐसे हो रहे हैं कि ये सवाल उठ रहा है कि बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन में सब ठीक है या नहीं? इसकी वजह नीतीश और हम पार्टी के जीतनराम बने हैं।

सियासी प्रेक्षकों के मुताबिक, जदयू को कमजोर करने की कोशिशें 2020 के बिहार विधानसभा में ही शुरू हो चुकी थी, जब लोजपा ने बीजेपी के समर्थन और जदयू के विरोध में चुनावी बिगलु फूंकने का ऐलान किया था। उस वक्त उन्होंने दो टूक कहा था कि वे बीजेपी के साथ हैं, लेकिन जदयू के विरोध में हैं।

BIHAR: एनडीए (NDA) गठबंधन की जीत पर बुधवार को बिहार के निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ट्वीट कर कहा, 'जनता सर्वोपरि है। मैं एनडीए को बहुमत देने के लिए लोगों का आभारी हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।'