हर्ष मंदर

Harsh Mander: दरअसल, हर्ष मंदर दो एनजीओ चलाते हैं। उम्मीद अमन घर और खुशी रेनबो होम है। अब हर्ष मंदर पर आरोप है कि इन्होंने इन दोनों के लिए विदेश से चंदा प्राप्त करने के लिए एफसीआरए कानून का उल्लंघन किया था। यही नहीं, हर्ष मंदर पर आरोप है कि इन्होंने बच्चों के नाम पर विदेश से चंदा प्राप्त कर उसका इस्तेमाल सीएए विरोध प्रदर्शन में किया था।

Harsh Mander ncert book chapter: शिकायत में ये बात उठाई गई है कि बच्चों की किताब में ऐसे शख्स के द्वारा लिखी गई स्टोरी कैसे छापी जा सकती है जो कि देश में चिल्ड्रन होम्स चलाते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी हो। यहां आपको बता दें कि Harsh Mander के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच भी जारी है।

देशभर में जब सीएए (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था तो एक नाम तब भी सुर्खियों में था और वह था पूर्व आईएएस अधिकारी और क​थित सेकुलर एक्टिविस्ट हर्ष मं​दर का। हर्ष मंदर बाल संरक्षण गृह (Child Protection Home) भी चलाते हैं। जिस संस्था के द्वारा ये बाल संरक्षण गृह चलाया जा रहा है उसका नाम है सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज (CES) और हर्ष मंदर (Harsh Mander) इसके निदेशक हैं।

हर्ष मन्दर की मुसीबत बढ़ने वाली है। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर उनके खिलाफ कार्यवाही की बात की है। दिल्ली पुलिस ने उन पर कोर्ट की अवमानना का आरोप लगाया है।

भाजपा नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण को लेकर मामला दर्ज करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर अब खुद ही घिर गए हैं।

दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जहां एक तरफ पक्ष-विपक्ष में हिंसा भड़की हुई है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के तीन नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण को लेकर एफआईआर की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर खुद ही घिर गए हैं।