Aarogya Setu App

Arogya Setu: आईटी(IT Ministry) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह स्पष्ट है कि यह ऐप भारत सरकार(Indian Government) द्वारा कुछ भारतीय तकनीकी कंपनियों की मदद के साथ विकसित और प्रबंधित किया गया था।

Aarogya Setu App: आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App) को लेकर एक आरटीआई (RTI) (सूचना का अधिकार) डाली गई थी जिसका जवाब स्पष्ट तौर पर नहीं दिया गया। मामला बिगड़ने के बाद सूचना आयोग ने एनआईसी समेत कई चीफ पब्लिक इंफॉर्मेशन अधिकारियों, नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को कारण बताओ नोटिस भेजा है।

WHO Praise Aarogya Setu app : WHO ने कहा कि, इस ऐप की मदद से पब्लिक हेल्थ से जुड़े विभागों को उन इलाकों की पहचान करने में मदद मिल रही है जहां कोरोना(Corona) के क्लस्टर होने की संभावना है।

कुछ देशों में लोकेशन ट्रेस करने पर विवाद भी सामने आया। जर्मनी में इसके लेकर विरोध भी देखने को मिला। दुनियाभर के सैकड़ों शोधकर्ताओं ने लोगों की प्राइवेसी खतरे में पड़ने की चेतावनी तक दे डाली।

इसको लेकर सरकारी प्राधिकरण ने एक ट्वीट कर कहा है कि, ‘घरेलू उड़ानों को जल्द संचालित करने की संभावना को देखते हुए एएआई ने कुछ उपाय जारी किए हैं जिसका यात्रा करते समय सभी यात्रियों को पालन करना होगा।’

इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम के सवाल के जवाब पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम इसका भी विकल्प भारत में ही खोज रहे हैं। साथ ही सरकार इंडियन IT प्रोडक्ट्स बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी कर रही है। इसके लिए छोटी बड़ी 3,000 कंपनियों के आवेदन भी आए हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कोरोना वायरस ट्रैकिंग एप आरोग्य सेतु को लेकर सवाल उठाए और इसे सरकार की सोची-समझी निगरानी प्रणाली करार दिया।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने के शुरु में आरोग्य ऐप को लांच किया था। जिसमें उन्होंने इसे कोरोना के खलिाफ लड़ाई में सबसे कारगर हथियार बताया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान कई टास्क पार्टी को सौंपे। जिसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कार्यकतार्ओं के सहारे धरातल पर उतारने में जुटे रहे। प्रधानमंत्री मोदी की पांच प्रमुख अपीलों को लेकर पार्टी युद्धस्तर पर आगे बढ़ी।

उत्तर प्रदेश में तीन कोरोना संदिग्धों ने खुद ही सरकार को आरोग्य एप के माध्यम से अपने बारे में सूचित किया और उनके नमूने अब जांच के लिए भेजे गए हैं।