ajmal amir kasab

तीन दिन तक चले इस आतंकी हमले में हमारे जवानों ने जमकर आतंकियों से मोर्चा लिया। हेड कांस्टेबल तुकाराम ओंबले ने एके-47 की बर्स्ट फायर को झेलकर अजमल आमिर कसाब को पकड़ा। मेजर उन्नीकृष्णन और हेमंत करकरे समेत कई अफसर शहीद हुए। 10 विदेशियों समेत 160 से ज्यादा लोगों की जान उस आतंकी हमले में गई।