Arogya Setu: आईटी(IT Ministry) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह स्पष्ट है कि यह ऐप भारत सरकार(Indian Government) द्वारा कुछ भारतीय तकनीकी कंपनियों की मदद के साथ विकसित और प्रबंधित किया गया था।
कुछ देशों में लोकेशन ट्रेस करने पर विवाद भी सामने आया। जर्मनी में इसके लेकर विरोध भी देखने को मिला। दुनियाभर के सैकड़ों शोधकर्ताओं ने लोगों की प्राइवेसी खतरे में पड़ने की चेतावनी तक दे डाली।