Arpita Mukherjee

Protest: ये अभ्यर्थी पिछले 9 साल से शिक्षक भर्ती को लेकर ममता सरकार के आगे अपनी मांगे रख रहे हैं, इसके लिए कई बार कोलकाता समेत राज्य के कई जिलों में इन अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन भी किए हैं, जब पुलिस ने इन्हें प्रदर्शन करने से भी रोका तो फिर इन लोगों ने प्रदर्शन के इस नए तरीके को अपनाया।

इन प्राइमरी टीचरों की भर्ती के इंटरव्यू में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। भर्ती परीक्षा में एप्टीट्यूट टेस्ट न लिए जाने की बात भी पूछताछ में इंटरव्यू लेने वालों ने कही थी। ममता बनर्जी की सरकार ने 2014 के टीईटी टेस्ट के नतीजों के आधार पर 42500 अभ्यर्थियों की भर्ती की थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

ईडी ने सोमवार पूरी रात मानिक से कोलकाता स्थित दफ्तर में पूछताछ की थी। मानिक भट्टाचार्य पहले पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे। इससे पहले भर्ती घोटाले में ममता के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी एक्टर अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था। अर्पिता के दो फ्लैट पर ईडी ने छापा भी मारा था।

बीते दिनों जांच के दौरान पुलिस ने पार्थ चटर्जी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया था, जिसके बाद उसे सीआईएसएफएल जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन इस बीच देखा गया कि इमसें बीमा राशि जमा होने के मैसेज आ रहे हैं। इस पर जैसे ही जांच अधिकारियों की नजर गई, तो उन्होंने बैंक से संपर्क किया गया है, जिससे इस बात की पुष्टि हुई कि यह भुगतान पार्थ चटर्जी की ओर से किए गए हैं।

हालांकि, दो अगस्त को दोनों आरोपियों को हिरासत में भेजा गया था, जहां दोनों से मामले के संदर्भ में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। बता दें कि बीते दिनों अर्पिता इस पूरे मामले में इस कदर बदहवाश हो गई थी कि कुछ भी कहने से गुरेज कर रही थी। यहां तक वे बेसुध भी हो गई थी। जिसके बाद उन्हें तत्काल उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

ईडी के सूत्रों ने बताया है कि शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच की जद में अभी और भी लोग आ सकते हैं। अर्पिता के फ्लैट के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की पड़ताल जांच एजेंसी कर रही है। जो भी लोग अर्पिता के यहां आते-जाते दिखाई देंगे, उन सभी को ईडी पूछताछ के लिए बुला सकती है।

ED Raid: ईडी के छापे में कई चीजें बरामद होती हैं। इनमें पेपर डॉक्यूमेंट्स, कैश और अन्य कीमती सामान जैसे सोने-चांदी के गहने मिल सकते हैं। ईडी की छापेमारी में जब्त की गई चीजों का सबसे पहले पंचनामा तैयार करती है। पंचनामा जांच एजेंसी का IO यानि इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर बनाता है। पंचनामे पर दो स्वतंत्र गवाहों के दस्तखत होते हैं। साथ ही इस पर जिस व्यक्ति का सामान जब्त होता है, उसके भी साइन लिए जाते हैं।

ईडी पहले ही अर्पिता के दो फ्लैट पर छापा मारकर करीब 50 करोड़ रुपए नकदी, विदेशी मुद्रा और कई किलो सोना बरामद कर चुकी है। अर्पिता की एक महंगी कार भी जब्त की गई है। चार और कारों की तलाश जारी है। वहीं, ममता की सरकार और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कई और लोग भी शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसते नजर आ सकते हैं।

SSC Scam: इन छापेमारियों में अब तक ईडी के हाथ करोड़ों का कैश हाथ लग चुका है वहीं, अब ईडी की रेड के बाद अर्पिता मुखर्जी की चार कारें गायब बताई जा रही हैं। ईडी सूत्रों की मानें तो अर्पिता की ये चारों कारें उसके डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब होने की बात कही जा रही है।

West Bengal: ईडी की नजर अब उस काली डायरी पर टिकी है, जो अर्पिता के घर से बरामद हुई है। ब्लैक एक्जिक्टिव डायरी के साथ-साथ एक पॉकेट डायरी में कोड वर्ड में कई ऐसी एंट्रिया है जो SSC घोटाले में कई राज का खुलासा कर सकती है। 3 अगस्त तक पार्थ चटर्जी ईडी की हिरासत में है और उनसे पूछताछ का सिलसिला चल रहा है। ईडी की प्राथमिकता 3 अगस्त से पहले डायरी के पन्नों को डिकोड करना चाहती है।