Balasore Train Incident: बालासोर ट्रेन हादसा मामले में सीबीआई ने तीन रेलवे अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या का केस) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस धारा के अंतर्गत आरोपों की पुष्टि होने पर दोषी के खिलाफ के आजीवन कारावास और आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान है।
Balasore Train Accident: सीबीआई टीम ने 19 जून को बालासोर को फिर से दौरा करते हुए सोरो के नजदीक स्थित जूनियर इंजीनियर के किराये पर रहने वाले घर को सील कर दिया था। मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, लापता होने वाले इंजीनियर का नाम आमिर खान है। सूत्रों के मुताबिक, दो सीबीआई कर्मचारी भी उनके आवास की निगरानी कर रहे हैं। सिग्नल जूनियर इंजीनियर की भूमिका ट्रेन संचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होती है।
ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रही सीबीआई 5 लोगों से पूछताछ कर रही है। इनमें बहानागा बाजार के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती और सिग्नल की देखरेख करने वाले 4 कर्मचारी शामिल हैं। सीबीआई पूरे स्टेशन को सील कर चुकी है।
आपको बताते हैं कि डेटा लॉगर आखिर होता क्या है? डेटा लॉगर सेंसर के जरिए काम करता है। इससे पता चलता है कि किस ट्रेन को किस लाइन से किस वक्त गुजारा गया। कौन सी ट्रेन किस लाइन पर है ये भी पटरी पर लगे सेंसर से डेटा लॉगर में दर्ज हो जाता है। यानी ट्रेन के बारे में हर तरह की रियल टाइम जानकारी इस डेटा लॉगर में दर्ज होती है।
बीते शुक्रवार 2 जून की शाम करीब 6.55 बजे कोलकाता के शालीमार स्टेशन से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। बहानागा बाजार स्टेशन पर ये हादसा हुआ था। कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवरों ने बताया है कअप मेन लाइन का सिग्नल मिला था और ट्रेन अचानक लूप लाइन पर चली गई।
बीते शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। बहानागा बाजार स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से भिड़ गई थी। हादसे की चपेट में यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी आई थी। इस भीषण हादसे में 270 से ज्यादा यात्रियों की मौत हुई थी। जबकि, 1000 के करीब यात्री घायल हुए थे।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि क्या गड़बड़ी इंटरलॉकिंग सिस्टम से की गई और इसके पीछे जो लोग हैं, उनका भी पता चल गया है। रेल मंत्री के इस बयान के बाद ही सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश रेलवे बोर्ड ने कर दी थी। बीते शुक्रवार को ये भीषण ट्रेन हादसा हुआ था।
Balasore Train Accident: भयानक ट्रेन हादसे का शिकार हुई कोरोमंडस एक्सप्रेस के लोको पायलट जीएन मोहंती उस समय थे और असिस्टेंट लोको पायलट हजारी बेहरा थे। दोनों गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में दोनों का इलाज चल रहा है। वहीं कोरोमंडल एक्सप्रेस ने जिस मालगाड़ी को टक्कर मारी उसके गार्ड की जान किस्मत से बच गई। दरअसल लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी के पीछे से कोरोमंडल एक्सप्रेस ने टक्कर मारी। आमतौर पर मालगाड़ी के आखिरी डिब्बे में गार्ड मौजूद होता है लेकिन चूंकि मालगाड़ी लूपलाइन में थी तो ना ही ड्राइवर और ना ही गार्ड ट्रेन में मौजूद थे।
Odisha Train Accidnet: राहत एवं बचाव कार्य संपन्न हो चुका है, लेकिन बताया जा रहा है कि अभी-भी बोगियों में शव फंसे हो सकते है, जिन्हें ध्यान में रखते हुए माना जा रहा है कि मृतकों और घायलों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस बीच केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेसवार्ता की।
Odisha Train Accident: उन्होंने इसके पीछे का तर्क पेश करते हुए कहा कि मौजूदा भयावह परिस्थिति का अंदाजा महज इसी से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में ओडिशा के किसी भी अस्पताल में घायल यात्रियों के उपचार के लिए जगह शेष नहीं बची है। घायलों को दूसरे राज्यों में ले जा जाया जा रहा है।