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Joe Biden on Israel Hamas War: भारत-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर का मार्ग मुंबई से सऊदी अरब, यूएई और इजरायल होते हुए यूरोप तक बनाने का ऐलान गत दिनों नई दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन में किया गया था, लेकिन इससे पहले कि इस ऐलान को जमीन पर उतारा जाता।

PM Modi in US Parliament: गुरुवार को पीएम मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया गया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने महिला सशक्तीकरण, देश की जी20 अध्यक्षता, कोविड वैक्सीनेशन, आर्थिक विकास,आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बात की।

भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलिपोव ने ये भी कहा कि उनका देश भारत को कच्चे तेल की सप्लाई जारी रखेगा। अलिपोव ने कहा कि हम भारत से संबंधों में अलग-अलग पक्ष लाना चाहते हैं। इसके लिए सभी चीजों के आयात और निर्यात की राह सुगम रखेंगे। हमारी दोस्ती किसी देश के खिलाफ कतई नहीं है।

International Relations : जयशंकर ने इस मौके पर रूस और भारत के संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि हर स्तर पर हमारे रिश्ते बेहद मजबूत हैं। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हाल ही में सितंबर में समरकंद में मुलाकात हुई थी।

रूस के दौरे में जयशंकर को विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव से बातचीत करनी है। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग को रुकवाने में भारत को शामिल करने की सबसे पहले पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने की थी। उन्होंने मोदी से शांति वार्ता की मेजबानी का आग्रह किया था।

Modi's visit to Japan: पीएम नरेंद्र मोदी की आज अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन से एक वार्ता हुई। जिसमें दोनों देशों ने आपसी सहयोग के बारे में चर्चाएं हुई। यह द्विपक्षीय वार्ता थी और इसी दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की।

जयशंकर ने कहा कि जब हम किसी की संप्रभुता को आदर और सम्मान देने की बात करते हैं, तो याद रखने की जरूरत है कि एक साल पहले ही हमने मानवता को भयंकर संकट के बीच छोड़ दिया था। सभी देश अपने हितों और भरोसे में तारतम्यता बिठाने में जुटे हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

ये सभी एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम से बचकर लक्ष्य पर हमला कर सकती है। एक सथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है और दुनिया में सरमट के मुकाबले कोई और मिसाइल नहीं है। बता दें कि सरमट के पहले भी रूस कई टेस्ट कर चुका है।

आईएमएफ के मुताबिक कोरोना महामारी और यूक्रेन पर रूस के हमले से अमेरिका के विकास में बाधा पड़ने वाली है। उसके मुताबिक चीन के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था लगभग दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ेगी। अमेरिका के ग्रोथ रेट को आईएमएफ ने 3.7 फीसदी और चीन के ग्रोथ रेट को 4.4 फीसदी पर रखा है।

बाइडेन की खुलेआम फजीहत हो गई। फजीहत भी ऐसी कि अमेरिकी राष्ट्रपति शर्म के मारे पानी पानी हो गए। उनकी फजीहत देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो वे अपना दिमागी सुतंलन ही खो बैठे हैं। दरअसल, हुआ यूं था कि अमेरिकी राष्ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति किसी मसले पर जनसभा में बैठे लोगों को संबोधित कर रहे थे।