BJD

BJP Has No Alliance With BJD : पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी कि ओडिशा में बीजेपी नवीन पटनायक की बीजू जनता दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच समझौता नहीं हो सका और गठबंधन की अटकलों पर विराम लग गया।

Electoral Bond: सुप्रीम कोर्ट से एसबीआई ने गुहार लगाई थी कि इलेक्टोरल बॉण्ड के बारे में सभी जानकारियां देने के लिए उसे 30 जून तक का वक्त दिया जाए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एसबीआई की इस संबंध में अर्जी ठुकरा दी थी। एसबीआई को आज रात 12 बजे तक हर हाल में इलेक्टोरल बॉण्ड संबंधित जानकारियां चुनाव आयोग को सौंपनी होंगी।

BJP-BJD Alliance: पहले चर्चा थी कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से बीजेडी को 7-8 सीटें दी जाएंगी और ज्यादा सीटों पर कमल के निशान पर उम्मीदवार उतरेंगे। वहीं, इसके बदले बीजेपी की तरफ से विधानसभा चुनाव में बीजेडी को ज्यादा सीटें देने की तैयारी की बात कही जा रही थी।

BJP And BJD Alliance: बीजेडी और बीजेपी पहले भी गठबंधन में रह चुकी हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में ये गठबंधन हुआ था। बाद में भले ही दोनों दलों के रास्ते अलग हो गए, लेकिन बीजेडी फिर भी संसद में कई बार बीजेपी के पक्ष में वोट देती आई है। अब फिर दोनों के बीच गठबंधन की चर्चा ने जोर पकड़ा हुआ है।

Odisha Highcourt: लेकिन तलक को लेकर जो वजह अनुभव मोहंती ने बताई वो लोगों के गले नहीं उतर रही थी। अपनी शादी के दो साल बाद, अनुभव मोहंती ने अपनी पत्नी के खिलाफ मामला दायर किया, जिसमें उस पर उसे शारीरिक संबंध स्थापित करने और सामान्य वैवाहिक जीवन जीने से रोकने का आरोप लगाया गया।

लेकिन 370 हटाने समेत तमाम अहम कानून बनाने में उनकी पार्टी यानी BJD ने संसद में हमेशा केंद्र सरकार का साथ दिया है। अब वहीं नवीन पटनायक ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ भी कर दी है, जिससे जाहिर है विपक्षी खेमों में हलचल जरूर पैदा हुई होगी। 

नवीन पटनायक ने कहा कि एक देश-एक चुनाव का हमने हमेशा स्वागत किया है और इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र के साथ बीजेडी की सरकार के संबंध अच्छे हैं। नवीन पटनायक ने कहा कि ओडिशा के विकास के लिए केंद्र सरकार की भागीदारी जरूरी है।

Parliament Live: अन्नाद्रमुक, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी और एसएडी सहित अन्य एनडीए सहयोगियों और स्वतंत्र सांसदों के लिए 17 मिनट का अतिरिक्त समय आवंटित किया गया है।

बीजेडी और वाईएसआरसीपी की तरफ से दिल्ली में ट्रांसफर और पोस्टिंग संबंधी बिल को समर्थन दिए जाने से मोदी सरकार के पाले में 128 सांसद हो रहे हैं। जबकि, राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा अभी 120 का है। वहीं, बाकी एकजुट विपक्ष के साथ 94 सांसद हैं। इस तरह गणित में मोदी सरकार का पलड़ा भारी दिख रहा है।

राज्यसभा में एनडीए के 105 सदस्य हैं। नामित सदस्य भी सरकार के पक्ष में वोट देंगे। इसके बाद सरकार को बिल पास कराने के लिए बहुमत के वास्ते 9 और सांसदों की कमी पड़ रही थी। ये कमी बीजेडी और वाईएसआरसीपी के सांसदों से आसानी से पूरी हो जाएगी। राज्यसभा में बीजेडी और वाईएसआरसीपी के 9-9 सांसद हैं।