स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते करीब एक साल से लगातार रामचरितमानस के बारे में अनाप शनाप बयान देकर विवाद पैदा किया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की चौपाइयों को दलित और पिछड़ों के साथ महिला विरोधी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। संघमित्रा ने अब बिना नाम लिए अपने पिता को नसीहत दी है।
संघमित्रा मौर्य को स्वामी प्रसाद ने बीजेपी के साथ रहने के दौरान बदायूं से लोकसभा चुनाव का टिकट दिलाया था। संघमित्रा ने तब इस सीट से जीत भी हासिल की थी। रामचरितमानस विवाद की वजह से बीजेपी और संघमित्रा के रिश्ते बने रहने को लेकर शंका का माहौल बन गया था।