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इस मामले में सबकी नजरें भारत की तरफ हैं। भारत इससे पहले रूस के खिलाफ लाए गए हर प्रस्ताव की वोटिंग से खुद को अलग रखता रहा है। भारत के दूत टीएस तिरुमूर्ति ने हमेशा कहा है कि युद्ध बंद होना चाहिए और मसलों का हल सिर्फ बातचीत से ही निकल सकता है।