इस बात की खबर जैसे ही छात्राओं को हुई थी, तो उन्होंने मामले की यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कथित तौर पर यूनिवर्सिटी ने मामले को दबाने का प्रयास किया था, जिसके बाद छात्राओं ने सड़कों पर उतर कर आपने लिए इंसाफ की मांग कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।