CM Ashok Gahlot

Rajasthan : पीड़ित लोकेन्द्र ने पुलिस शिकायत में बताया कि सद्दाम व इसके अन्‍य तीन साथी कार लेकर उसके घर के सामने आए तथा उन्‍होने गेट के सामने कार खड़ी की। पीड़ित ने उनको कार घर के गेट के सामने खड़ी नहीं करने के लिए मना किया और इसी बात पर कहासुनी हो गयी। इसके बाद आरोपी सद्दाम व उसके साथियों ने कार मे से धारदार हथियार व लोहे की रॉड निकाल ली एवं घर के मेन गेट पर वार करते हुए घर के अंदर घुस गए।

उन्हें इससे कोई एतराज नहीं है। बहरहाल, पुलिस प्रशासन की तरफ से मामले की जांच शुरू की जा चुकी है। अब इंतजार है, तो उस शख्स को चिन्हित किए जाने का है, जिसने इस नापाक करतूत को अंजाम दिया है। बता दें कि इस पूरे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

Rajasthan: बीजेपी सांसद ने कहा कि यह कहने में कोई दोराय नहीं है कि जिस तरह प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाला किया जा रहा है, ठीक उसी प्रकार से अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं में भी घोटले की पूरी संभावना होगी, लिहाजा इस दिशा में पूरी जांच की जानी चाहिए, ताकि परत दर परत पूरे मामले प्रकाश में आ सकें।

आदेशानुसार, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना आगे आने वाले समय में भी एक दंडनीय अपराध बना रहेगा। लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देशों को संशोधित करते हुए राज्य सरकार ने रेड जोन में सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को सुनिश्चित करते हुए टैक्सी, ऑटो व कैब सेवाओं को संचालित करने की अनुमति दे दी है।

डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक इंटरव्यू में बताया कि कई जिलों में कोरोना नहीं पहुंचा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वहां लॉकडाउन हटा दिया जाए या किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बरती जाए।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में भी बच्चों की मौत को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जोधपुर के सरकारी अस्पतालों में दिसंबर महीने में ही 146 बच्चे की मौत हुई है।

राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर गुरुवार को अपने बयान में कहा था कि, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।

इससे पहले, भाजपा की 4 महिला सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कोटा स्थित जे.के. लोन अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां दिसंबर माह में लगभग 100 बच्चों की मौत पर कई सामाजिक संगठन भी अपनी चिंता सरकार के सामने जाहिर कर चुके हैं।

अशोक गहलोत के इस बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की है। लोगों ने अशोक गहलोत के पुराने बयानों से उन्हें जवाब दिया है।