वहीं, सियासी पंडितों का मानना है कि जगदीश टाइटलर को समिति में शामिल करके कांग्रेस ने अपनी सियासी राह दुभर कर ली है। ऐसी स्थिति में एमसीडी चुनाव में अपना विजयी पताका फहराने के लिए कांग्रेस क्या कदम उठाती है? इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।