इसकी संभावना ना के बराबर ही थी। मगर नाजनीन दीपक से बहुत प्यार करती थी, तो उन्होंने शादी का फैसला किया। नाजनीन के परिवारवालों ने विरोध किया। लेकिन विरोध की परवाह किए बगैर नाजनीन ने दीपक का हाथ थामने के लिए हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया। इसके बाद दीपक के पिता चेतन्य शर्मा को बुलाया। इसके बाद पूरे विधि विधान से नाजनीन ने हिंदू धर्म अपना लिया।