Dev Uthani Ekadashi 2022

Dev Uthani Ekadashi 2022: कई जगहों पर देवउठनी एकादशी को हरि प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस एकादशी को देवउठनी इसलिए कहा जाता है क्योंकि 4 महीने की योग निद्रा इस दिन भगवान विष्णु जागते हैं। ऐसे में इस दिन विष्णु जी पूजा का खास महत्व होता है। शंख, घंटी की आवाज से उन्हें जगाया जाता है और इसके अगले दिन तुलसी विवाह किया जाता है

Bhishma Panchak 2022: कहते हैं जो निसंतान दंपत्ति हैं यानी की जिनकी संतान नहीं है वो अगर इस व्रत को करते हैं तो उन्हें संतान प्राप्ति होती है। इस व्रत को ‘पंच भीखू’ के नाम से भी जाना जाता है। चलिए आपको बताते हैं कैसे और क्यों इस व्रत की शुरुआत हुई। इसके अलावा ये भी जानेंगे कि इस पांच दिनों तक चलने वाले व्रत के पीछे की महिमा क्या है।

Bhishma Panchak 2022: पांच दिनों तक चलने वाले इस व्रत को करने से व्यक्ति के जीवन में पैसों की दिक्कतें खत्म होती है साथ ही अच्छे स्वास्थ्य का भी वरदान मिलता है। चलिए आपको बताते हैं कैसे करनी है आपको व्रत में पूजा (Bhishma Panchak Vrat 2022 Puja) और किन बातों का रखना है ख्याल...

Dev Uthani Ekadashi 2022: इस व्रत को देवोत्थान एकादशी और प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से कई प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिलता है। तो आइये जानते हैं देवउठनी एकादशी की सही तिथि और शुभ-मुहूर्त क्या है?